जालंधर ( अमन बग्गा) विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज की तरफ से सरदार दलजीत सिंह ढिल्लों एसपी विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज के दिशा निर्देशों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत आज फिर बड़ी सफलता प्राप्त की है। काम करने की एवज में 30 हज़ार रिश्वत देकर जेबें गर्म करने की लालसा पालने वाला बीडीओईओ का विजिलेंस की टीम काम तमाम कर डाला । विजिलेंस की टीम ने ऐसा चक्रव्यूह रचा कि बीडीपीओ रंगेहाथों दबोचा गया।
आप को बता दें कि विजिलेंस की टीम ने बीडीपीओ को दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा है।
शिकायतकर्ता श्री मनमोहन सिंह रिटायर्ड पंचायत सचिव पुत्र महेंद्र सिंह सिंह निवासी नवा पिंड खालोवाल तहसील शाहकोट जालंधर की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए श्री सतपाल डीएसपी विजिलेंस ब्यूरो यूनिट जालंधर की देखरेख में इंस्पेक्टर निरंजन सिंह की तरफ से निरंजन सिंह की तरफ से गुरमीत सिंह कहलों बीडीपीओ लोहिया को 10000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है
आप को बता दें 30 सितंबर 2018 को ब्लॉक विकास और पंचायत अफसर लोहिया से रिटायर हुए मनमोहन सिंह के मुताबिक गांव में काहनुवाल के लिए प्राप्त ग्रांट के 16 लाख रोये अलग-अलग विकास कार्यों के लिए खर्च किए थे उन इस्तेमाल किए गए गए विकास कार्यों के दस्तावेजों पर सरपंच और जई की तरफ से हस्ताक्षर करने के बाद गुरमीत सिंह काहलों बीडीपीओ के हस्ताक्षर होने थे।
लेकिन बीडीपीओ ने उन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की एवज में 30000 पर रिश्वत मांगी और बीडीपीओ ने कहा कि मुझे 10 10,000 करके तीन किस्तों में में पैसे दे दो। और दस्तावेज बाद में ही हस्ताक्षर होंगे। जब सारे तू पैसे दे देगा।
जिस के बाद मनमोहन सिंह की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस की टीम ने रिश्वतखोर डीडीपीओ को काबू कर लिया।