जालौन: समस्या बता कर छुट्टी मांगना के बाद भी सीनियर अधिकारी का छुट्टी ना देना अपना रौब दिखाने का एक तरीका है! ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि SHO की छुट्टी न देने की जिद दो मौतों की वजह बन गई।
जालौन के थाना रामपुरा में तैनात 2018 बैच के सिपाही विकास निर्मल दिवाकर जिला मैनपुरी के रहने वाले हैं। करीब एक सप्ताह से सिपाही रामपुरा थाना इंचार्ज अर्जुन सिंह से गर्भवती पत्नी का प्रसव कराने का हवाला देते हुए कई बार छुट्टी देने की मिन्नतें की। मगर, एसएचओ ने सिपाही को छुट्टी नहीं दी। इसके चलते सिपाही की पत्नी को समय पर उचित उपचार न मिला और महिला और नवजात की मौत हो गई।
अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी ने बताया कि विभागीय जांच में थाना अध्यक्ष दोषी पाए गए हैं। थाना अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने गलती की है, उन्हें सिपाही को छुट्टी देनी चाहिए थी। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
When the constable asked for leave for his pregnant wife, the SHO refused, due to not getting timely treatment, both the wife and the newborn died.