जालंधरः सिविल अस्पताल से गुरूवार को अगवाह हुए नवजात बच्चे को जालंधर पुलिस ने खोज निकाला है। इस काम के लिए उनके लिए एक शाबाशी तो बनती है। इस जुर्म में शामिल पंचायत मैंबर और सिविल अस्पताल के सफाई कर्मचारी समेत पाँच दोषियों को गिरफ़्तार किया गया है। दोषियों की पहचान गुरमीत सिंह गोपी (22) पंचायत मैंबर गाँव महेड़ू, गुरप्रीत सिंह (24), रणजीत सिंघ राणा (25), दविन्दर कौर ख़ुरसैदपुर कालोनी नकोदर और किरन (28) लंबा गाँव के तौर पर हुई है। किरन पिछले सात सालों से सिविल अस्पताल में सफ़ाई कर्मचारी के तौर पर काम कर रही थी।
इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते पुलिस कमिश्नर जालंधर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोषियों की तरफ से बच्चे को चार लाख रुपए में बेच कर रकम को बाँटना था। दोषियों से शुरूआती पूछताछ में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 20 अगस्त की रात 12.40 बजे दोषी गुरप्रीत सिंह गोपी और गुरप्रीत सिंह बलैरो गाड़ी (पी.बी. 08 -सी.जी. -2473) में सिविल अस्पताल के पिछले तरफ पहुँचे और वह लगातार दूसरे दोषियों रणजीत, दविन्दर कौर और किरण के साथ फ़ोन पर संपर्क में थे और इस उपरांत अस्पताल के बच्चा संभाल केंद्र में दाखिल हुए।
इस उपरांत किरण ने नवजात बच्चा अगवा करके सीढ़ियों के नज़दीक गुरप्रीत सिंह गोपी और गुरप्रीत सिंह को दे दिया जो तुरंत बलैरो गाड़ी में वहाँ से दौड़ गए। कमिश्नर पुलिस ने आगे बताया कि दोनों दोषियों ने नवजात बच्चे को दविन्दर कौर और रणजीत राणा को गांधरा -पंडोरी रोड पर हवाले किया।
भुल्लर ने बताया कि घटना से तुरंत बाद अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर पुलिस-1 वत्सला गुप्ता, एसीपी हरसिमरत सिंह, सीआईए हैड हरविन्दर सिंह की टीम दोषियों को पकड़ने और नवजात बच्चे को सुरक्षित बचाने के लिए गठित की गई। टीम ने पूरी जाँच के बाद गुरप्रीत सिंह गोपी को उसके दफ़्तर से और अन्य को उनके घरों से गिरफ्तार किया। उन्होनें बताया कि नवजात बच्चे (लड़के) को जिस कमरे में रणजीत राणा और दविन्दर कौर रहती से सुरक्षित वापिस लाया गया।
उन्होनें बताया कि दविन्दर कौर जिन परिवारों के पास कोई बच्चा नहीं है, उनके लिए अक्सर की अंडा दान करने वाली औरतों के साथ सौदो का प्रबंध करती थी। भुल्लर ने बताया कि सभी दोषियों को पुलिस रिहासत में लिया जाएगा, जिससे इस धंधे में शामिल दूसरे व्यक्तियों और जिनको यह नवजात बच्चा बेचा जाना था के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। भुल्लर ने बताया कि पुलिस टीम की तरफ से अस्पताल के डाक्टरों की हाज़िरी में नवजात बच्चा परिवार को सौंप दिया गया है।
? भारत के प्रसिद्ध MD आयुर्वेदा डॉक्टर ने बताया कैसे करें कुछ ही दिनों में शुगर को कंट्रोल – शुगर के मरीज अवश्य देखें VIDEO?