नई दिल्ली: महाशिवरात्रि का पावन पर्व आज 18 फरवरी को है। हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। आज सुबह से ही शिवालयों में भक्त भोले शिव शंकर की पूजा अर्चना कर रहे हैं। आज पूरे दिन और रात शिव परिवार की विधिपूर्वक पूजा अर्चना चलेगी। महाशिवरात्रि के दिन पांच शुभ योग केदार, वरिष्ठ, शश, शंख और सर्वार्थ सिद्धि योग हैं।
आज महाशिवरात्रि के साथ ही शनि प्रदोष व्रत भी है। महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने और शिव पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष मिलता है। काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त, मंत्र, नियम, कथा, पारण, व्रत और पूजा विधि के बारे में।
महाशिवरात्रि 2023 मुहूर्त
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ: आज, रात 08 बजकर 02 मिनट से
फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का समापन: कल, शाम 04 बजकर 18 मिनट पर
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज, शाम 05 बजकर 42 मिनट से कल सुबह 06 बजकर 56 मिनट तक
महाशिवरात्रि 2023 शिव पूजा मुहूर्त
आज सुबह 08:22 बजे से लेकर सुबह 09:46 बजे तक
दोपहर 12:35 बजे से लेकर शाम 04:49 बजे तक
शाम 06:13 बजे से लेकर रात 09:24 बजे तक
निशिता पूजा मुहूर्त: 12:09 बजे से देर रात 01:00 बजे तक
शिव पूजा मंत्र
ओम नम: शिवाय।
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय।।
शिव पूजा के महत्वपूर्ण नियम
1. बिना कटा-फटा बेलपत्र चिकने तरफ से शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
2. हल्दी, सिंदूर, नारियल, कुमकुम, शंख, तुलसी के पत्ते, केवड़ा फूल आदि शिव पूजा में वर्जित हैं।
3. शिवलिंग की आधी परिक्रमा करते हैं।
4. शिवलिंग पर धीरे धीरे जल की धारा गिराते हैं, तीव्र गति से जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
5. पूजा के समय महाशिवरात्रि व्रत कथा का पाठ जरूर करें।
Today is the holy festival of Mahashivratri observe fast and worship properly know the auspicious time and 5 rules