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किसानों के रेल रोको अभियान को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे, जालंधर में कई जगहों पर रोकी गई ये गाड़ियां

नई दिल्लीः कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े किसान पिछले ढाई महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को घोषणा की कि केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान समूह गुरुवार को देशभर में रेल रोको आंदोलन करेंगे। विरोध प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक किया जाएगा। ऐसे में यात्रियों और स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए भारतीय रेलवे ने अतिरिक्त फोर्स तैनात की है।

इंडियन रेलवे ने किसानों के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए आज कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है, वहीं कुछ के रूट में परिवर्तन किया है। रेल रोको आंदोलन का मकसद कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाव बनाना है जिसको लेकर रेलवे भी अलर्ट है। जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

रेल रोको अभियान को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे
किसानों के रेल रोको एलान को लेकर रेलवे अलर्ट मोड पर है। ट्रेनों के संचालन में किसी तरह का हादसा न हो इसे लेकर रेलवे की परेशानी बढ़ गई है। लिहाजा रेलवे पुलिस राज्य सरकार के साथ संपर्क बनाए रखने के साथ आरपीएफ बटालियन की तैनाती भी कर दी है। मुख्य फोकस पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल पर रखा गया है। आरपीएफ महानिदेशक ने कहा है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकारों के साथ संपर्क में है।

रेलवे स्टेशनों और रेलवे फाटकों पर सुरक्षा कड़ी की गई है। गुरुवार की सुबह से आरपीएफ और जीआरपी के जवान सभी स्टेशनों पर भी तैनात रहेंगे। साथ ही आरपीएफ को रेलवे ट्रैक की निगरानी करने के निर्देश जारी किया गया है ताकि रेल पटरी को क्षतिग्रस्त नहीं होने दिया जाए। किसी भी बाहरी व्यक्ति को स्टेशन परिसर में जाने पर रोक लगाई जाएगी। सिर्फ कन्फर्म टिकट वाले ही स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। सभी जीआरपी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां से किसान स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकते है। ट्रेनों का परिचालन बाधित नहीं हो इसके लिए बड़ी संख्या में बटालियन उतारे जाएंगे।

किसानों के ट्रेन रोके जाने से वैष्णो देवी की ओर जा रहे यात्री फंस गए हैं। वे ट्रैक पर किसानों के बैठ जाने की खबर से परेशान हो गए हैं। उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया है कि किसानों का प्रदर्शन लंबे समय तक चल सकत है। यात्री समय काटने के लिए ट्रेन से बाहर निकलकर रेलवे स्टेशन पर घूमते देखे जा सकते हैं।

किसी कानूनों के विरोध में किसानों के रेल रोको प्रदर्शन को जालंधर में अकाली दल ने भी समर्थन दे दिया है। वीरवार को अड्डा होशियारपुर रेलवे क्रॉसिंग पर अकाली नेता व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया, चंदन ग्रेवाल, गुरप्रीत थापा, गोल्डी भाटिया अन्य ने रेलवे ट्रैक पर धरना दिया है।

भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के सदस्यों ने दकोहा रेलवे फाटक पर धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने रेल रोको आंदोलन की घोषणा के तहत वीरवार दोपहर 12 से 4 बजे तक रेलवे ट्रैक पर धरना का एलान किया था। प्रदर्शन की अगुआई प्रधान जसवंत सिंह व सचिव मेजर सिंह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ बनाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद करने, 26 जनवरी को पकड़े गए किसानों के खिलाफ दर्ज मामले हटाने और उनकी रिहाई की मांगें पूरी करने को लेकर संघर्ष जारी रहेगा।

अतिरिक्त आरपीएफ कंपनी तैनात रहेंगी
रेल रोको के एलान से सतर्क रेल प्रशासन ने 20 अतिरिक्त आरपीएसएफ कंपनियों को तैनात करेगा। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में किसानों के उग्र प्रदर्शन होने की उम्मीद है, लिहाजा इन कंपनियों का ध्यान इन राज्यों पर केंद्रित रहेगा।