चंडीगढ़: हरियाणा-पंजाब सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए आज पंजाब बंद रखा गया। सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक किसानों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़कें और रेलवे ट्रैक जाम किए। इस बंद का व्यापक असर देखने को मिला और राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
किसानों ने अमृतसर-जालंधर-पानीपत-दिल्ली और अमृतसर-जम्मू जैसे प्रमुख मार्गों को जाम कर दिया। राज्य के 140 से अधिक स्थानों पर किसानों ने प्रदर्शन किया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि बंद को व्यापार मंडल, आढ़ती एसोसिएशन और अन्य संगठनों का भी समर्थन मिला।
किसानों के प्रदर्शन के कारण रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। रेलवे को वंदे भारत समेत 163 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। कई यात्री स्टेशनों पर फंसे रहे और उन्हें होटलों में रुकना पड़ा। राज्य के भीतर और बाहर जाने वाली बस सेवाएं भी पूरी तरह से ठप रहीं।
बंद के दौरान अधिकांश बाजार और दुकानें बंद रहीं। हालांकि, कुछ स्थानों पर दुकानदारों ने किसानों के दबाव के बावजूद अपनी दुकानें खोलने की कोशिश की।
पंजाब यूनिवर्सिटी समेत राज्य के कई शिक्षण संस्थानों ने आज के लिए परीक्षाएं स्थगित कर दीं।
किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कुछ समय से आंदोलन कर रहे हैं। वे सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी, कर्ज माफी और बिजली बिलों में छूट जैसी मांगें कर रहे हैं।
यह बंद राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल सकता है। कई उद्योगों को कच्चे माल और तैयार उत्पादों की आपूर्ति में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों के इस प्रदर्शन के बाद अब सभी की नजरें सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई हैं। सरकार किसानों की मांगों पर क्या कदम उठाती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
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The 9-hour bandh in Punjab caused a stir in the cities, trains and buses were affected heavily