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खालिस्तानी आतंकी निज्जर हत्याकांड केस में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला, कनाडा सरकार को लगा बड़ा झटका

ओटावा: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार को बड़ा झटका लगा है। कनाडा की सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में चारों आरोपियों को कानूनी सुनवाई लंबित रहने तक जमानत पर रिहा कर दिया है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चार प्रतिवादियों में से तीन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश हुए, जबकि चौथे का प्रतिनिधित्व उनके वकील ने किया। अभियुक्तों की अगली अदालती उपस्थिति 11 फरवरी, 2025 को निर्धारित की गई है।

18 जून, 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारा की पार्किंग में हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में करण बराड़, कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और अमनदीप सिंह को आरोपी बनाया गया है।

यह हत्याकांड भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में एक बड़े विवाद का कारण बन गया था, जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था। 18 सितंबर, 2023 को कनाडाई संसद में ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां ​​भारत सरकार के एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंधों के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय रूप से जांच कर रही हैं।

भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और कनाडा द्वारा इस संबंध में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया था।

चारों आरोपियों की रिहाई जस्टिन ट्रूडो के लिए और मुश्किलें खड़ी कर सकती है, जिन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री पद और लिबरल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। हालांकि, वह लिबरल पार्टी के नए नेता के चुने जाने तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।

इस घटनाक्रम से न केवल ट्रूडो सरकार की किरकिरी हुई है, बल्कि भारत और कनाडा के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और खटास आने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या मोड़ आता है और दोनों देशों के रिश्तों पर इसका क्या असर होता है।

Supreme Court gives a big decision in Nijjar murder case