फिरोजपुर: पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए फिरोजपुर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। उपायुक्त दीपशिखा शर्मा स्वयं खेतों में लगी आग बुझाने के लिए टीमों के साथ गईं, जिससे प्रशासन की गंभीरता स्पष्ट हुई।
शर्मा ने बताया कि उन्होंने सिविल और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर विभिन्न गांवों का दौरा किया और रास्ते में ईटा वाली और कादा बोहड़ा गांव में धान की पराली जलती हुई देखी, जिसे फायर ब्रिगेड की मदद से तुरंत बुझा दिया गया। उन्होंने बताया कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। निलंबन के अलावा, पांच अधिकारियों के खिलाफ वायु गुणवत्ता निगरानी आयोग की धारा 14 के तहत मामला न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया है।
जिला प्रशासन ने पराली जलाने के 296 मामलों में कार्रवाई करते हुए मुकदमे दर्ज किए हैं और 172 किसानों के भूमि रिकॉर्ड में लाल इंदराज किया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है, लेकिन फिर भी यदि कोई किसान पराली जलाता है तो सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के अनुसार उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शर्मा ने किसानों से पर्यावरण को बचाने, भूमि की उर्वरक शक्ति को बनाए रखने और मानवता के हित में धान के अवशेषों को जलाने से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि किसी किसान को कोई समस्या आती है तो वह निकटतम कृषि विभाग कार्यालय, ब्लॉक अधिकारी या एसडीएम कार्यालय में या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकता है।
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Strict action in the case of stubble burning, 5 policemen suspended