नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को लगातार नौवीं बार बेंचमार्क ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने का ऐलान किया। यानी सस्ते लोन और ईएमआई कम होने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट 6.5% रहेगा। RBI की MPC ने नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने के लिए 4-2 बहुमत से मतदान किया। यह ज्यादातर विशेषज्ञों की उम्मीदों के अनुरूप है। नौवीं बार (18 महीने के लिए) है कि केंद्रीय बैंक के छह सदस्यीय पैनल ने दरों को स्थिर रखा है।
पिछले साल अप्रैल में रेट में बढ़ोतरी के चक्र को रोक दिया गया था, जिसके बाद लगातार 6 बार दरों में वृद्धि की गई। यह मई 2022 से 250 आधार अंकों तक पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष के लिए तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि MPC खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि पर नजर रखेगी। RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए विकास अनुमान को 7.2 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई पर कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून में तेजी आने से खुदरा मुद्रास्फीति में कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने सामान्य मानसून को देखते हुए वित्त वर्ष 2025 के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य पदार्थों की लगातार बढ़ती कीमतों ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में मुद्रास्फीति की प्रक्रिया को धीमा कर दिया है।
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