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Raksha Bandhan 2024: जानें भद्रा और शुभ मुहूर्त का समय, शूर्पणखा ने भद्रा काल में बांधी थी राखी तो हो गया था रावण का विनाश

जालंधर (Aman Bagga) Raksha Bandhan 19 August 2024 Bhadra Kaal: इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं। वहीं, भाई अपनी बहन को गिफ्ट के साथ उसकी रक्षा का वचन देता है।

हिंदू धर्म में मान्यता है कि भद्रा में राखी नहीं बांधनी चाहिए। भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं भद्राकाल में राखी न बांधने के पीछे का कारण।

सबसे पहले जानिए कौन हैं भद्रा?
भद्रा शनि देव की छोटी बहन है। मान्यता है कि भद्रा का जन्म राहुकाल में हुआ था। इस कारण भद्रा का स्वभाव से उग्र और अशांत हैं। वह जिसके लिए बुरा सोचती है, उसके साथ बुरा हो जाता है। मान्यता है कि भगवान शिव ने भद्रा को काल का रूप दिया, ताकि यह समय दंड के तौर पर मनुष्य के जीवन में आए। इस कारण भद्रा को अशुभ माना जाता है। यही कारण है कि भद्रा काल में शुभ काम निषेध होते हैं।

भद्रा काल में राखी बांधने से हो गया रावण समेत कुल का विनाश
पौराणिक कथा के अनुसार, सूपर्णखा ने अपने भाई रावण को भद्रा में राखी बांधी थी। इसके बाद उसने दशानन को झूठ बोलकर सीता हरण के लिए उकसाया था। इसके बाद रावण का सर्वनाश हुआ। देवी-देवाताओं के कहने पर भद्रा ने रावण की मृत्यु के समय अपना साया डाला था। भद्र काल में राखी बांधने से रावण का पूरा कुल नष्ट हो गया।

वहीं, एक कथा है कि भद्रा ने शनि को राखी बांधने की इच्छा जताई थी। तब भद्रा के राखी बांधने से शनिदेव संकटों से घिर गए थे। उस दौरान महादेव ने शनि की रक्षा की थी। इस कारण भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती है।

जानें भद्रा काल और शुभ मुहूर्त
19 August को भद्रा काल दोपहर 12 बज कर 37 मिनट तक हैं। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1.34 से रात्रि 9 बज कर 8 मिनट तक रहेगा।

वही राखी का सब से ज्यादा उत्तम और बढ़िया शुभ मुहूर्त दोपहर 1.43 से शाम 4.20 तक समय हैं। इस समय राखी बांधने से ज्यादा लाभ होगा । कोशिश करें कि इसी समय में राखी बांधे। पाठकों से अनुरोध हैं इस न्यूज को अन्य लोगों तक पहुंचाए ताकि वह भी भद्रा काल में राखी बांधने से बच सकें।

डिसक्लेमर
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