चंडीगढ़: पंजाब सतर्कता ब्यूरो द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आव्रजन टीम के सहयोग से पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) मामले में सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के भगोड़े आरोपी निदेशक प्रशांत को मुंबई हवाई अड्डे से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए मुंबई एयरपोर्ट से दुबई भागने की कोशिश कर रहा था।
आज इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य चौकसी ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त आरोपी गांव घोलूमाजरा, तहसील डेराबस्सी, जिला एसएएस नगर में पी।ए।सी।एल। लिमिटेड की संपत्तियों की अवैध बिक्री में संलिप्तता के संबंध में पुलिस स्टेशन सदर सिटी जीरा, जिला फिरोजपुर में एफआईआर। क्रमांक 79 दिनांक 16-07-2020 आईपीसी आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 468, 471 और 120-बी के तहत दर्ज मामले में यह आवश्यक था। अभियुक्त को पता था कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही पी।ए।सी।एल। पारित कर चुका है। लिमिटेड को गांव घोलूमाजरा व अन्य स्थानों आदि में पीएसीएल कंपनी की किसी भी प्रकार की संपत्ति बेचने पर प्रतिबंध है।
उन्होंने आगे बताया कि फेनोमेनल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों/प्रमोटरों ने अन्य लोगों की मिलीभगत से वर्ष 2018-19 में गांव घोलूमाजरा में पीएसीएल का आयोजन किया था। कोर्ट द्वारा विवादित घोषित की गई 115 बीघे जमीन पर बेला विस्टा-01 और बेला विस्टा-02 नाम से दो कॉलोनियां तैयार की गईं। आरोपी डेवलपर्स ने दोनों कॉलोनियों में लोगों को प्लॉट/मकान बेचकर मोटी कमाई की, जिसके कारण विजिलेंस ब्यूरो ने उक्त मामले में इन कंपनियों के प्रमोटरों को नामित किया है।
गौरतलब है कि पी।ए।सी।एल लिमिटेड की संपत्ति बेची जाएगी और बिक्री से प्राप्त आय उन निवेशकों को लौटाई जाएगी जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई कंपनी द्वारा प्रस्तावित सामूहिक निवेश योजना में निवेश की थी, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर।एम। लोढ़ा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त आरोपी का ट्रांजिट रिमांड ले लिया गया है और उसे पंजाब की संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच जारी है।
Punjab Vigilance got a big success in Pearls scam, arrested the fugitive accused from Mumbai airport