चंडीगढ़: पंजाब के शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया’ (पीएम एसएचआरआई) योजना के तहत राज्य के 233 सरकारी हायर सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इन स्कूलों को ‘मिसाली स्कूल’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
राज्य के 5,300 सरकारी स्कूलों ने इस योजना के लिए आवेदन किया था और चयनित स्कूलों को चैलेंज मोड के जरिए चुना गया है। इन स्कूलों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशानिर्देशों के अनुसार विकसित किया जाएगा।
क्यों है यह योजना महत्वपूर्ण?
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा: इस योजना का उद्देश्य छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है।
समावेशी वातावरण: स्कूलों में एक समावेशी वातावरण तैयार किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाएं: स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति: यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी।
कौन से जिले के स्कूल हुए चयनित?
सबसे अधिक स्कूल बठिंडा, गुरदासपुर और पटियाला से चुने गए हैं। जालंधर और लुधियाना में 15-15 स्कूल हैं, जबकि संगरूर और अमृतसर में 14 स्कूल हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार के साथ साझा की गई अंतिम सूची के अनुसार, फिरोजपुर, तरनतारन और एस.ए.एस. नगर के 10, मानसा के 9, पठानकोट और फाजिल्का के 8, श्री मुक्तसर साहिब के 7, बरनाला, फरीदकोट और मालेरकोटला के 6-6 और श्री फतेहगढ़ साहिब, एस.बी.एस. नगर और रूपनगर में प्रत्येक में 5 स्कूल हैं। पंजाब से चयनित स्कूलों की सूची में कोई प्राइमरी या एलीमेंट्री स्कूल नहीं है।
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