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पंजाब पुलिस ने सुलझाया भाखड़ा नहर में फेंकी गई रेमेडिसविर का मामला, 2 करोड़ रुपए समेत 6 आरोपी काबू

रूपनगर: रोपड़ की भाखड़ा नहर में करीब एक माह पहले भारी मात्रा में नकली कोरोना वैक्सीन मिलने के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से 2 करोड़ रुपए, 2 लैपटॉप और 4 वाहन बरामद कर पूछताछ शुरू कर दी है।

इस संबंधी जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि भाखड़ा नहर से लगभग एक महिला को पहले 621 रेमेडिसविर युक्त 3000 वेल्स इंक्लूडिंग, 1456 कोरोना वैक्सीन की बिना लेबल वाली शीशियां मिली थीं, जिसके लिए एक विशेष सिट का गठन किया गया था। जांच में पुलिस ने पाया कि मुख्य आरोपी मोहम्मद साबिर है और उसके साथियों के पास दवाओं से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी है। मोहम्मद साबिर ने एक फार्मास्युटिकल फर्म का उपयोग करके एंटीबायोटिक्स बनाया और उन शीशियों पर नकली रेमेडिसिवर चिपका दिया और ये नकली इंजेक्शन दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में सप्लाई करते थे।

शेष नकली इंजेक्शन को डर के मारे भाखड़ा नहर में फेंक दिया गया क्योंकि हरियाणा और पंजाब की पुलिस इसे लेकर बहुत सख्त थी। उक्त 6 आरोपी अलग से अपना कार्य करते थे, कोई नकली इंजेक्शन बनाता था, कोई लेवल का कार्य करता था, कोई वाहन मुहैया कराता था और कोई सप्लाई करता था। ये सभी 6 लोग एक साथ कार्य करते थे। आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने अब तक 5 करोड़ रुपए कमाए हैं। ऊपर दिए गए इंजेक्शन से किसी की जान को खतरा नहीं होता है, इसमें सिर्फ एंटीबायोटिक्स होते हैं। पंचकूला, रेवाड़ी आदि में अब तक 10 से 12000 इंजेक्शन बिक चुके हैं।

Punjab Police solves the case of Remdesivir thrown in Bhakra canal, 6 accused including Rs 2 crore arrested