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इस जिले में शुऱू हुआ पंजाब का पहला गृह आधारित उपशामक देखभाल केंद्र, जानें खासियत के बारे में

अमृतसर: श्री गुरु राम दास स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय और आयुष एवं एकीकृत चिकित्सा (नैपकैम) के लिए प्रशासक देखभाल के राष्ट्रीय संघ ने ग्रामीण स्वास्थ्य और प्रशिक्षण केंद्र, मल्लूनांगल में श्री गुरु राम दास गृह-आधारित उपशामक देखभाल का शुभारंभ किया। यह केंद्र पंजाब में अपनी तरह का पहला केंद्र है।

डॉ अभिजीत डैम ने बुधवार को कहा कि विशेषज्ञ होम केयर सेवाओं का उद्देश्य लक्षण नियंत्रण और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना, रोगियों को घर पर रहने और अनावश्यक अस्पताल में प्रवेश से बचने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण गरीब समुदाय की सेवा करने का यह भी एक बहुत अच्छा तरीका है। यह शोक के परिणामों और देखभाल करने वाले की संतुष्टि में सुधार करेगा। उन्होंने उपशामक देखभाल प्रदान करने में समुदाय के स्वयंसेवकों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।

डॉ पीयूष गुप्ता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ‘उपशामक देखभाल जीवन की सीमित बीमारियों वाले रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करती है और समुदाय आधारित उपशामक देखभाल गरीब समुदाय को देखभाल प्रदान करने के लिए एक बहुत ही लागत प्रभावी दृष्टिकोण है।’ डॉ एम एस उप्पल ने डॉ हरजोत सिंह, राज्य सचिव और नपकैम, पंजाब चैप्टर की पूरी टीम को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम एक लंबा सफर तय करेंगे और मानवता की सेवा के लिए अपनी सेवाओं में सुधार करते रहेंगे।

डॉ एपी सिंह ने नैपकैम, पंजाब चैप्टर की टीम को प्रोत्साहित किया और कहा कि पुरानी और जीवन को सीमित करने वाली बीमारियों के लोगों की सेवा करने के लिए प्रशामक देखभाल एक समग्र दृष्टिकोण है। मुख्य लक्ष्य रोगी के साथ-साथ देखभाल करने वालों को आराम प्रदान करना है।

Punjab first home based palliative care center started in this district, know about the specialty