चंडीगढ़: हरियाणा-पंजाब सीमा पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आज पूरे पंजाब में बंद का आह्वान किया गया था। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य भर में राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से जाम कर दिया।
परिवहन सेवाएं पूरी तरह से ठप
पंजाब के सभी प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर किसानों ने धरना प्रदर्शन किया, जिससे अमृतसर-जालंधर-पानीपत-दिल्ली और अमृतसर-जम्मू मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। राज्य से अन्य राज्यों को जाने वाली 576 बसें भी बंद रहीं, जिससे यात्रियों को आवागमन में भारी बाधा आई। इसके अलावा, किसानों के प्रदर्शन के कारण रेलवे को 167 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जिसमें वंदे भारत जैसी प्रमुख ट्रेनें भी शामिल थीं। इस बंद के कारण कई यात्री स्टेशनों पर फंसे रहे और उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इन घटनाओं ने न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी यात्रा और दैनिक जीवन को प्रभावित किया है, जिससे आम नागरिकों को व्यापक असुविधा का सामना करना पड़ा है।
जनजीवन प्रभावित
किसान आंदोलन के समर्थन में कई बाजारों को बंद रखा गया, हालांकि कुछ बाजार खुले रहने की अनुमति दी गई। जाम के दौरान किसानों ने एंबुलेंसों को प्राथमिकता देते हुए उन्हें रास्ता दिया, जिससे आपातकालीन सेवाओं को सुगम पहुँच सुनिश्चित हुई। इसके अलावा, पंजाब यूनिवर्सिटी सहित कई अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने आज की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है, ताकि आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित की जा सके। ये कदम किसानों के अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाते हैं और समाज में सह-अस्तित्व की भावना को मजबूती प्रदान करते हैं।
कुछ स्थानों पर किसानों और आम लोगों के बीच तनाव की स्थिति भी देखी गई। कुछ लोगों ने किसानों के प्रदर्शन का विरोध किया जबकि कुछ ने उनका समर्थन किया।
लुधियाना में एक व्यक्ति ने जाम लगा रहे किसान पर अपनी गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की जिसे लोगों ने पकड़ लिया।
जालंधर में एक बारात किसानों के जाम में फंस गई। दूल्हे को किसानों के साथ फोटो खिंचवाने के बाद बारात आगे बढ़ सकी।
यह बंद पंजाब की अर्थव्यवस्था और लोगों के दैनिक जीवन पर काफी प्रभाव डाल रहा है। किसानों की मांगों को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत जारी है।
View this post on Instagram