संगरूरः दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब थप्पड़ से डर नहीं लगता। विरोधी बौखलाहट में इस तरह की हरकत करवा रहे हैं। हमने दिल्ली में सिस्टम में बदलाव किया और आम लोगों के हित में कदम उठाए। यह बात विरोधियों को रास नहीं आ रही है। केजरीवाल ने संगरूर संसदीय क्षेत्र मेें जनसभाओं में खुद पर हो रहे हमलों और थप्पड़ मारने की घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि अब थप्पड़ से डर नहीं लगता। अच्छा काम करने पर नियमों में बदलाव के कारण विरोधी हमले करवा रहे हैं। अब तक उनके साथ पांच बार थप्पड़ मारने की घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होने कहा, हमने दिल्ली में सिस्टम में सुधार किया, ताकि अाम लोगों का भला हो। हमने कई बदलाव किए, लेकिन विरोधी दलों को यह रास नहीं आया। इसके बाद मेरे ऊपर हमले करने और थप्पड़ मारने जैसी घटनाओं की साजिश रची गई।
केजरीवाल ने संगरूर में काली झंडियां दिखाए जाने पर कहा कि यहां आम आदमी पार्टी की पकड़ मजबूत होती देख कांग्रेस के नेता बौखला गए हैं। वे इसी कारण ऐसी हरकतें करवा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने के मामले पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कई केस कोर्ट में डाले गए। समय बर्बाद न हो इसलिए कई जगह उनको समझौता करना पड़ा। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के किसानों को अपनी फसल की सही कीमत नहीं मिल रही है। पंजाब के किसानों की अपेक्षा दिल्ली में किसानों को गेहूं की अधिक कीमत मिल रही है। फसलों के ठीक दाम देने के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं कर सरकार की मनमर्जी दिखा रही है। केजरीवाल ने सभाओं अपनी दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि पंजाब में जिस गेहूं का 1840 रुपये क्विंटल भुगतान होता है, दिल्ली में उसी को 2610 रुपये में खरीदा जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अगर ऐसा हो सकता है, तो पंजाब में क्यों नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को आर्थिक संकट से निकालने के लिए पंजाब सरकार ने क्या किया? दिल्ली में सरकार फसल के भुगतान में अपना योगदान देती है। दिल्ली में बिजली का कट लगने पर कंपनी एक घंटे के 50 रुपये उपभोक्ता को बतौर हर्जाना देती है।