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ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा जालंधर, डीसी थोरी ने किया विशेष ऐलान

जालंधर: पंजाब में जालंधर जिले को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए उपायुक्त घनश्याम थोरी ने बुधवार को उच्च ओ 2 खपत वाले अस्पतालों को अपने पीएसए-आधारित ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र जल्द स्थापित करने का आह्वान किया।

उपायुक्त ने कहा कि एनएचएस, न्यू रूबी, श्रीमन सुपर स्पेशियलिटी, टैगोर, पटेल, पीआईएमएस और कैपिटल अस्पतालों सहित सात अस्पतालों ने पहले ही अपने परिसर में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि शेष अस्पतालों को इस कदम का अनुकरण करना चाहिए, जिससे ये स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठान संभावित तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि इससे अन्य राज्यों से ऑक्सीजन के लिए निर्भरता भी कम होगी।

उपायुक्त ने सात अस्पतालों के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इन संयंत्रों को प्रशासन की अपील को मानते हुए स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वी राज्यों से ऑक्सीजन की परिवहन लागत अक्सर ऑक्सीजन की लागत का 200 प्रतिशत तक हो सकती है। इस प्रकार, इस तरह के संयंत्र स्थापित करने से न केवल अस्पताल ऑक्सीजन-स्वतंत्र हो जाएंगे, बल्कि उन्हें भविष्य के संकट में अपने रोगियों को बिना किसी बाधा के गुणवत्तापूर्ण देखभाल करने की अनुमति भी मिलेगी।

थोरी ने कहा कि प्रशासन ने अस्पतालों की पहचान की है, जिन्हें मरीजों को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा करने में सक्षम होने के लिए पीएसए संयंत्र स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने इनोसेंट हार्ट्स अस्पताल, सर्वोदय, जोहल, न्यूरोनोवा, मान मेडिसिटी, ऑक्सफोर्ड, मिलिट्री हॉस्पिटल केयरमैक्स और घई अस्पताल के प्रबंधन से अपील की। श्री थोरी ने आगे कहा कि जालंधर सिविल अस्पताल अपने परिसर में दूसरा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी लगाने जा रहा है, जिससे मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता में और तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही हम ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

Jalandhar will become self-sufficient in oxygen production, DC Thori made a special announcement