जालंधर: जालंधर जिला प्रशासन ने अनाधिकृत इमिग्रेशन फर्मों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई की है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 50 फर्जी ट्रैवल एजेंटों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।
डीसी डॉ. अग्रवाल ने बताया कि इन फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया। नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए उनके लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि यह कार्रवाई कानून का पालन न करने वाली इमिग्रेशन फर्मों से आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे केवल उन्हीं पंजीकृत इमिग्रेशन फर्मों से सलाह लें, जिन्होंने प्रशासन से विधिवत लाइसेंस प्राप्त किया हो।
डॉ. अग्रवाल ने यह भी बताया कि जालंधर प्रशासन जिले में काम कर रही सभी इमिग्रेशन फर्मों पर लगातार नजर रख रहा है। बिना वैध लाइसेंस के व्यवसाय चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। इस कदम का मुख्य उद्देश्य इमिग्रेशन के क्षेत्र में धोखाधड़ी करने वालों पर नकेल कसना है। डीसी अग्रवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति इमिग्रेशन का व्यवसाय करना चाहता है, तो उसे सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना होगा, ताकि वह आवश्यक लाइसेंस प्राप्त कर सके।
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Jalandhar administration took a big action against 50 fake travel agents