दसूहाः सेना भर्ती परीक्षा के दौरान हाईटेक तरीके से नकल करते हुए दबोचे गए 15 उम्मीदवारों पर पुलिस ने मंगलवार को आईपीसी की धारा 420 और 120 बी के अधीन केस दर्ज कर लिया है। होशियारपुर के दसूहा में उच्ची बस्सी स्थित आयुध डिपो में सोमवार को इस पूरे मामला सामने आया।नकल का सामान्य तरीके से नहीं हो रही थी, बल्कि आरोपी स्टूडेंट्स अपने क्लिप बोर्ड में मोबाइल छुपाए हुए थे, सभी के जेबों में डोंगल जिसके साथ बैटरी, सिम कार्ड रीडर था। ब्लूटूथ कनेक्टिविटी से वे हरियाणा में बैठे एजेंट के संपर्क में थे, जो इन लोगों को नकल करवा रहा था।
असल में सेना भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट के बाद कुल 2888 को लिखित परीक्षा देनी थी, लेकिन इनमें से 2688 उम्मीदवार ही उपस्थित हुए थे। पकड़े गए आरोपी उम्मीदवारों में हरियाणा और राजस्थान के कैंडिडेट हैं। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नकल का खुलासा सूबेदार कुलविंदर सिंह ने किया था। सूबेदार कुलविंदर सिंह (18 एफएडी उच्ची बस्सी) ने दसूहा पुलिस को बताया कि सेना की भर्ती के लिए आए उम्मीदवारों का फिजिकल टेस्ट होने के बाद लिखित टेस्ट 13/5/19 को शाम 5: 40 से 7:40 होना था। लिखित परीक्षा के लिए 2888 उम्मीदवारों का चयन हुआ था इसमें से 2688 उम्मीदवार ही उपस्थित थे। शुरू में सभी की सरसरी तौर पर चेकिंग के बाद आंसर शीट (उत्तर पुस्तिका) दी गई। जब जवाब सभी जवाब लिखना शुरू कर दिए थे तभी मेरी नजर कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर गई जिनके क्लिप बोर्ड काफी मोटे थे। शक होने पर मैंने और मेरे साथ ड्यूटी दे रहे अन्य परिवेक्षकों ने सबसे पहले सुखबीर सिंह (निवासी थाना उचाना, जींद हरियाणा) का क्लिप बोर्ड चेक किया तो उसके क्लिप बोर्ड में मोबाइल फोन फिट था, जिसे स्टिकर लगा कर अच्छी तरह से लैमिनेशन करके छुपाया गया था। पूछताछ में बताया कि उन्हें संजय, राजेश व अमन (सभी हरियाणा) ने मोबाइल, मिनी लिसनिंग उपकरण, डोंगल, बैटरी, सिम कार्ड रीडर, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी आदि देकर एग्जाम में भेजा था। सभी अपने-अपने डिवाइस के साथ एक दूसरे से कनेक्ट थे, प्रश्न पत्र मिलते ही मोबाइल से पेपर के क्वेश्चन हरियाणा के उक्त एजेंटों के पास भेज दिया जाता, जो तुरंत मिनी लिसनिंग उपकरण द्वारा उन्हें सवाल का जवाब बात देते। आंसर शीट देते समय मेरी नजर क्लिप बोर्ड पर गई जो सामान्य से ज्यादा मोटी थी, चेक किया तो टेप से मोबाइल को लैमिनेट करके बांधे हुए थे…
सूबेदार ने बताया कि मोबाइल के अलावा सुखबीर के कान में एक मिनी लिसनिंग डिवाइस भी था। उसकी पैंट की जेब से एक डोंगल जिसके साथ बैटरी, सिम कार्ड रीडर, ब्लू टूथ कनेक्टिविटी के लिए आपस में टेप के साथ जोड़ा गया था। इसके बाद अन्य स्टूडेंट्स की चेकिंग की गई, जिसके दौरान सतीश, मोनू, अमित कुमार, सोनू, सुनील, सुशील कुमार (वासी जींद, हरियाणा), प्रदीप (रेवाड़ी, हरियाणा), गुरतेज (करनाल, हरियाणा), शीश राम (झुंझुनूं, राजस्थान), हंस राज (भरतपुर, राजस्थान), रविन्द्र (सीकर, राजस्थान), सौरव (कांगड़ा, हिमाचल) इन सभी के पास से क्लिप बोर्ड, मोबाइल, डोंगल, बैटरी, सिम कार्ड रीडर, ब्लूटूथ और लिसनिंग डिवाइस बरामद किए गए।