जालंधरः जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर कार्रवाई करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इस संबंधित जानकारी देते हुए जिला सेहत अधिकारी डा. एसएस नांगल ने बताया कि हमने करतारपुर में दुकानदारों को इस संबंध में जागरूक किया। इस दौरान उनके साथ रोबिन कुमार एवं प्रभजोत कौर भी मौजूद थे। नांगल द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें करतारपुर तथा आसपास के इलाकों में हलवाइयों व बेकरी वालों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में एसएस नांगल ने खाद्य पदार्थ तैयार करते समय स्वच्छता को प्राथमिकता देने की बात पर जोर दिया।
टीम ने मिठाइयों की विभिन्न दुकानदारों को कहा कि मिठाइयों के निर्माण संबंधी सभी नियमों का पालन करें। डा. नांगल ने बताया कि दुकानदारों को बताया गया कि कोविड से जुड़े संबंधी उपायों का दुकानों में पालन किया जाए। इसके साथ ही सभी दुकानदार लाइसेंस बनाएं व मिठाइयों पर उनके बनाने की तारीख को जरूर डिस्प्ले किया जाए।
उन्होंने बैठक में मिठाइयां तैयार करते समय बेहतरीन क्वालिटी का घी, रिफाइंड आयल, बेसन व अन्य इस्तेमाल होने वाला समान इस्तेमाल करने की हिदायतें दी। उन्होंने गहरे रंगों वाली मिठाइयां तैयार न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमने उन रंगों से बचना है जोकि मिठाई को स्वाद बनाने के चक्कर में लोगों की सेहत खराब करते हैं।
डा. नांगल के नेतृत्व में उनकी टीम ने जालंधर के विभिन्न फूड आउटलेट्स का निरीक्षण किया। इसके साथ ही गढ़ा में 30 किलोग्राम चमचम मिठाई नष्ट की गई क्योंकि उससे बदबू आ रही थी। उन्होंने लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। इसके अलावा कोरोना महामारी के चलते दुकानों पर पूरी सावधानियां बरतने की बात कही।