अयोध्याः कहते हैं चमत्कार को नमस्कार है ऐसा ही कुछ हुआ अयोध्या में यहां सरयू नदी के तट पर स्थित संत तुलसी दास घाट के पास करतालिया बाबा मंदिर के निकट सीवर की खुदाई के दौरान जमीन के अंदर प्राचीन शिव मंदिर मिला। शिव मंदिर मिलने की खबर आग की तरह इलाके में फैली और देखते ही देखते लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। स्थानीय लोगों ने उस स्थान पर पूजा और आरती शुरू कर दी कूछ संत महंत भी पहुंच गए और अटकलों और कयासों का दौर शुरू हो गया, हालांकि, बाद में उस स्थान को मिट्टी से ढंक दिया। इस बारे में करतालिया आश्रम के महंत राम दास ने बताया कि सिद्ध पीठ करतालिया आश्रम के पीछे सीवर की खुदाई के दौरान एक बड़ी सी समतल जगह मिली. यह मंदिर की छत थी. जब जेसीबी के जरिये इसके ऊपर से मलबा हटाया गया तो छत टूट गई.
जब लोगों ने नीचे उतर कर देखा तो एक शिवलिंग मिला. इसके साथ घंटी, उसमें एक बाल्टी और एक त्रिशूल भी दिखाई दिया. फिर जब लोग नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि प्राचीन मंदिर से सटा हुआ एक कमरा भी है।राजकुमार दास ने बताया कि शिव मंदिर मिलने की जानकारी प्रशासन और पुरातत्व विभाग को दे दी गई है। सीवर का काम चल रहा है। भीड़ बढ़ने के बाद उसे ढंक दिया गया है. चुनाव के बाद प्रशासन यहां खुदाई करेगा। स्थानीय संत शशिकांत दास का कहना है कि अयोध्या की राम नगरी बेहद प्राचीन है। शहरीकरण के कारण प्राचीन अयोध्या के कई अवशेष जमीन के नीचे दब गए हैं।