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आखिरकार जालंधर पुलिस ने 6 महीने बाद दर्ज की इस ठग इमीग्रेशन कंपनी पर FIR, महाठग सुमित खन्ना फरार

जालंधर: जालंधर के ग्रैंड माल, बीएमसी चौक में लुधियाना से आकर बिना लाइसैंस के ट्रैवल एजैंसी चलाने वाले साहिब ओवरसीज के संचालक सुमित खन्ना व एक अन्य कर्मचारी नेहा शर्मा पर थाना नई बारादरी में एफआईआर दर्ज हो गई है।

इन के खिलाफ लुधियाना के दो युवकों ने पुलिस कमिशनर को तकरीबन 6 माह पहले शिकायत की थी कि कंपनी की ओर से उनके साथ कनाडा वर्कपरमिट के नाम पर ठगी की गई है। पर अनेकों चक्कर लगाने के बाद भी उक्त ट्रैवल एजैंट पर पुलिस शिकंजा नहीं कस रही थी।

PLN न्यूज़ की तरफ से हम लगातार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीयों के ध्यान में यह ठगी का पूरा मामला लाने का प्रयास कर रहे थे। आखिर कमिशनरेट पुलिस ने साहिब ओवरसीज पर आईपीसी की धारा 420 तथा 120-बी के तहत केस दर्ज कर लिया है।

लुधियाना के नवजोत व गुरदास ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे डाला जाए। क्यों कि पिछले 6 माह से वो अपने पैसे ओर न्याय के लिए तड़प रहे थे। अब एजैंट को भी पता चले कि किसी के साथ धोखा करने का क्या अंजाम होता है।

नवजोत ने बताया कि उसकी मां ने अपने गहने गिरवी रखकर पैसे एजैंट को दिए थे। पर स्वाल जालंधर की पुलिस व प्रशासन पर भी है कि अगर सरकार ने लाइसैंस सिस्टम शुरु किया है तो कैसे इतने सालों से एक व्यक्ति लुधियाना से जालंधर आकर बिना लाइसैंस से अपना दफतर चला रहा है । ओर अगर उसके खिलाफ 6 माह पहले शिकायत पुलिस के पास पहुंची थी तो क्यों नहीं पुलिस ने उस बिना लाइसैंस वाले एजैंट पर तभी नकेल कसी। क्यों 6 माह तक शिकायतकर्तायों को परेशान होना पडा।

जानकार बताते हैं कि जालंधर में दर्जनों ट्रैवल एजैंटों के दफतर ऐसे हैं जो बिना लाइसैंस के चल रहे हैं। जरूरत है उनपर नकेल कसने की वर्ना आने वाले दिनों में ओर बडी ठगीयों की घटनाएं एजैंटों की ओर से सामने आ सकती है।

Finally, after 6 months, Jalandhar police registered an FIR on this thug immigration company, Mahathug Sumit Khanna absconded