नई दिल्लीः केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन कर रहे किसान आज सद्भावना दिवस मनाएंगे। किसान नेताओं ने कहा कि आज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास रखा जाएगा। उन्होंने देश के लोगों से किसानों के साथ जुड़ने की अपील की।
शुक्रवार को किसान नेता अमरजीत सिंह राडा ने कहा कि हमने 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाने का फैसला किया है। हमारे नेता सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास करेंगे। सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेताओं ने केंद्र सरकार और सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस इस मोर्चे को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इंटरनेट बहाल किया जाए। हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके, इसके लिए इंटरनेट बंद किया गया है।
किसानों ने आरोप लगाया कि यहां आज पुलिस ने हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस के लोग भेजे हैं। लोग यहां बढ़ रहे हैं। गाजीपुर के बाद सिंघु, टिकरी, शाहजहांपुर हर जगह लोग आ रहे हैं। सरकार इसे हिंदू और सिख का मसला बनाना चाहती है। बीजेपी के लोग यहां प्रदर्शन करने भेजे, हम शांतिपूर्ण रहेंगे। किसान नेताओं ने सभी किसानों से अपील भी की है कि वे 30 जनवरी को होने वाली भूख हड़ताल में शामिल हों। संयुक्त किसान मोर्चा की ने कहा कि इस आंदोलन को तोड़ने और खदेड़ने की साजिश नाकाम हो चुकी है, पूरे देश का किसान इस बात को समझ चुका है।