जालंधर: तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच लोग जरूरतमंदों की मजबूरी का फायदा उठाकर आपदा में अवसर की कहावत को सच साबित करते जा रहे हैं। कहीं जरूरतमंदों को ऊंचे दामों में ऑक्सिजन सिलिंडर उपलब्ध कराया जा रहा है तो कहीं दोगुने दामों पर मिल रही नकली और असली दवाइयों का खेल चल रहा है। इन सबके बीच जालंधर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां खुद को डॉक्टर बताकर लोगों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले एक शख्स को सेहत विभाग ने गिरफ्तार किया है।
सेहत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुरु नानक पुरा वेस्त में स्थित तलीवालिया क्लीनिक पिछले कई सालों से बिना किसी डिग्री के चल रहा है। यहां लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि क्लीनिक से दवाईयां और इंजेक्शन आदि बरामद किए गए हैं। इस क्लीनिक को सुरेंद्र नाम का युवक चला रहा था, जिसके पास कोई भी मेडिकल की डिग्री न थी, ना ही दवाइयां बेचने का कोई लाइसेंस था।
ड्रग कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अमरजीत सिंह ने कहा कि क्लीनिक के मालिक सुरिंदर सिंह क्लिनिक में मौजूद थे, जो एलोपैथी का अभ्यास करने के लिए कोई वैध डॉक्टर की डिग्री नहीं दिखा सके। इसके अलावा, एलोपैथिक दवाओं को स्टोर करने या बेचने के लिए कोई लाइसेंस नहीं दिया गया, जिससे इन दवाओं की जब्ती हुई। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि क्लिनिक से 25 प्रकार की विभिन्न दवाएं जब्त की गई हैं। इन दवाओं में 3930 टैबलेट, 670 कैप्सूल और 186 इंजेक्शन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दोषी को ड्रग्स और कॉस्मेटिक एक्ट के तहत नोटिस जारी किया जाएगा। इसके अलावा क्लीनिक मालिक से जवाब मिलने के बाद अदालत में मामला दर्ज किया जाएगा।
Fake doctor caught running clinic in Jalandhar, playing with people’s health by selling medicines without degree