जालंधर: जालंधर शहर में आज सुबह सीआईए स्टाफ और बदमाशों के बीच एक मुठभेड़ हुई, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े दो गैंगस्टर घायल हो गए। यह मुठभेड़ वडाला चौक के पास हुई। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी जालंधर में दर्ज एक पुराने मामले में वांछित थे और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
जानकारी के अनुसार, सीआईए स्टाफ की टीम वडाला चौक के पास देयोल नगर में विश्वकर्मा मंदिर के पास पहुंची थी, जहाँ आरोपियों के छिपे होने की सूचना थी। पुलिस के पहुँचते ही बदमाशों ने उन पर सीधी गोलियाँ चला दीं। जवाबी कार्रवाई में सीआईए स्टाफ की टीम ने भी गोलियाँ चलाईं, जिससे दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी और वे घायल हो गए। आरोपियों की पहचान कपूरथला के रहने वाले बलराज और जालंधर के जंडियाला गांव के रहने वाले पवन के रूप में हुई है। दोनों पुलिस हिरासत में हैं।
सीआईए स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर सिंह कंबोज के नेतृत्व में यह एनकाउंटर किया गया। आरोपियों के साथ पूछताछ की गई तो पता चला कि इनके साथ तीसरा भी था, जो मुठभेड़ होने से पहले ही भाग गया। सूचना मिलते ही पुलिस के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आसपास के इलाके को सील कर दिया गया।
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने कहा- पुलिस ने बदमाशों का 2 घंटे तक पीछा किया। एनकाउंटर में घायल दोनों आरोपियों पर 6 FIR दर्ज हैं। जिसमें हत्या, फिरौती सहित कई संगीन मामले शामिल हैं। दोनों गोल्डी बराड़ के टच में थे। बराड़ के कहने पर फिरौती के लिए कॉल करते थे। गोल्डी बराड़ के कहने पर वे राइवल गैंग के गुर्गों को टारगेट भी करते थे। इन्होंने गोल्डी के कहने पर पंजाब में कई वारदातें करनी थी, ये ट्रेस कर ली गई हैं। एक आरोपी 10 महीने पहले और दूसरा 6 महीने पहले जेल से बाहर आया था।
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Encounter between Jalandhar Police and Lawrence Bishnoi gang’s miscreants