जालंधर: लेदर कंपलेक्स रोड के पास स्थित राजन नगर में नशे से पीड़ित युवक की मौत हुई थी। इस मामले में परिवार ने नशा तस्कर के खिलाफ कार्रवाई करवाने के लिए पुलिस व सरकार के खिलाफ लेदर कंपलेक्स रोड पर धरना लगाकर रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पीड़ित परिवार का साथ देने के लिए पूर्व विधायक शीतल अंगूरल और पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू पहुंच गए। मृतक की पहचान पारस भगत के रूप में हुई है।
वहीं सुशील रिंकू ने कहा कि 20 वर्षीय नौजवान पारस भगत की नशे के कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि नशे से किसी की मौत की यह पहली घटना नहीं है, यह 6वीं से 7वीं घटना है। उन्होंने कहा कि नशे का मुद्दा वेस्ट हलके का नहीं है बल्कि पंजाब का मुद्दा है। वेस्ट हलके में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी पत्नी ने प्रचार किया था और आश्वासान दिया था कि हलके में नशे को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। रिंकू का आरोप है कि हलके में नशा सरेआम गली गली में बिक रहा है और नशे से लगातार मौते हो रही है। इस मामले को लेकर आज इलाका निवासियों में रोष पाया जा रहा है और नशे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रहा है। रिंकू ने कहा कि वह अक्सर देखते है कि पुलिस द्वारा प्रेस वार्ता करके नशे की खेप पकड़ने के दावे किए जाते है। अगर पुलिस लगातार नशा पकड़ रही है और नशे के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही तो इलाके में सरेआम नशा बिकना प्रशासन पर सवालियां निशान खड़े कर रहा है।
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पूर्व विधायक शीतल अंगूरल ने बताया कि वह पिछले 10 दिनों से हल्के में नशे के कारण होने वाली मौत पर बोलने आ रहे हैं। लेकिन पारस भगत के लिए वह 2 दिन पहले रात को लाइव हुए थे। उन्होंने कहा कि पारस जो है उनका परिवार उनकी टीम के साथ बहुत पुराना जुड़ा हुआ है। वह पहले घर पर पढ़ाई करता था, लेकिन बड़ा होने पर परिवार ने उसे काम करने के लिए दुकान पर लगवा दिया। इस दौरान वह जिम जाने लगा इसलिए वह घर से बाहर निकलने लगा। जब वह घर से बाहर निकलने लगा तो वह इस मोहल्ले की सोसाइटी में मिल गया। इस मोहाली की समिति नहीं उसे नशा करवाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मोहल्ले में ही सरेआम नशा बिकता है। लेकिन कोई भी 10 करोड़ का नाम नहीं लेना चाहता क्योंकि सबको अपनी जान और अपने बच्चों की जान प्यारी है। होना नशा तस्कर के संबंध बड़े-बड़े गैंगस्टर और नेताओं के साथ हैं। इसलिए पुलिस भी उन्हें कुछ नहीं कहती। वहीं पूर्व विधायक ने सभी राजनीतिक पार्टियों को अपील करते हुए कहा कि यह समय राजनीति का नहीं पीड़ित परिवार का साथ देने का है। सबको एक साथ मिलकर नशे के खिलाफ है एक लड़ाई लड़नी चाहिए ताकि किसी का बच्चा नशे से पीड़ित होकर इस दुनिया से ना जा सके।
मामले की जानकारी देते हुए एडीसीपी हेडक्वार्टर सुखविंदर सिंह ने कहा कि उनकी टीम द्वारा इस इलाके में स्पेशल नाकेबंदी की जा रही है। ऐसे में शरारती अनंसरों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि परिवार और नेताओं के साथ मुलाकात की गई और उन्हें नशे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया जाएगा। वहीं पुलिस कर्मियों पर पैसा लेकर नशा छोड़ने के मामले में एडीसी ने कहा कि उसकी गहनता से जांच की जाएगी और जांच में जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। वहीं थाना प्रभारी को बदलने के मामले को लेकर एडीसी ने कहा कि परिजनों के साथ बातचीत की जा रही है, जिसके बाद अगर थाना प्रभारी दोषी पाए गए तो उसके खिलाफ भी बनती कार्रवाई की जाएगी।
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Drug addiction took the life of a youth in Jalandhar West