नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती की खुशखबरी के बीच, देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक, HDFC बैंक ने लोन महंगा करके ग्राहकों को झटका दिया है। बैंक ने अपनी मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में बढ़ोतरी की है, जिससे लोन की मासिक किस्तों (EMI) पर सीधा असर पड़ेगा।
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में रेपो रेट को 6.50% से घटाकर 6.25% कर दिया था। इस कटौती से उम्मीद थी कि बैंकों के लोन सस्ते होंगे और आम आदमी को राहत मिलेगी। हालांकि, HDFC बैंक ने इस घोषणा के विपरीत जाकर लोन महंगा कर दिया है।
HDFC बैंक ने कुछ अवधियों के लिए MCLR में 5 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि की है। विशेष रूप से, यह वृद्धि केवल ओवरनाइट अवधि के MCLR पर लागू की गई है। पहले 9.15% रहे ओवरनाइट MCLR को अब बढ़ाकर 9.20% कर दिया गया है। बैंक की नई ब्याज दरें 7 फरवरी, 2025 से प्रभावी हो गई हैं।
RBI की रेपो रेट कटौती के बाद आमतौर पर बैंकों से लोन सस्ता होने की उम्मीद की जाती है। लेकिन HDFC बैंक के इस कदम से लोन लेने वालों की EMI में कमी होने की संभावना कम हो गई है, और उन्हें पहले की तुलना में अधिक ब्याज चुकाना होगा। यह कदम उन लोगों के लिए निराशाजनक हो सकता है जो रेपो रेट में कटौती के बाद लोन EMI कम होने की उम्मीद कर रहे थे।
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