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कनाडा सरकार ने एक बार फिर पंजाबियों को दिया बड़ा झटका

चंडीगढ़/ओटावा: कनाडा सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए माता-पिता और दादा-दादी के लिए स्थायी निवास (PR) प्रायोजन के नए आवेदनों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। यह घोषणा कनाडा गजट में प्रकाशित एक सरकारी निर्देश के माध्यम से की गई है। इस फैसले का सीधा असर पंजाब से कनाडा जाने वाले छात्रों पर पड़ने की संभावना है, जो पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने माता-पिता को वहां बुलाना चाहते हैं। इस खबर से पंजाब में रहने वाले माता-पिता की चिंता बढ़ गई है।

वीजा विशेषज्ञों का कहना है कि इस फैसले से उन छात्रों पर असर पड़ेगा जो कनाडा में बसने के बाद अपने परिवार को प्रायोजित करने की योजना बना रहे थे। अब उन्हें अनिश्चितकाल के लिए इंतजार करना होगा।

कनाडा सरकार का कहना है कि वह परिवार पुनर्मिलन के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन फिलहाल पिछले साल प्राप्त आवेदनों की प्रक्रिया को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर के अनुसार, यह कदम सरकार के इमिग्रेशन और परिवार पुनर्मिलन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सबसे उपयुक्त है। पुराने आवेदनों के बैकलॉग को कम करने के लिए अन्य इमिग्रेशन श्रेणियों में भी नए प्रायोजन अस्थायी रूप से रोके गए हैं।

आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि कनाडा सरकार की तीन वर्षीय इमिग्रेशन योजना के अनुसार, कुल आव्रजन में कमी की जाएगी, लेकिन इस वर्ष माता-पिता और दादा-दादी के प्रायोजन के माध्यम से 24,000 से अधिक लोगों को स्वीकार करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, नए निर्देश के तहत 2024 में पारिवारिक पुनर्मिलन कार्यक्रम के अंतर्गत केवल 15,000 आवेदनों पर ही कार्रवाई की जाएगी। जबकि 2024 में इस कार्यक्रम के लिए 35,700 लोगों को आवेदन जमा करने के लिए चुना गया था, जिनमें से सरकार ने 20,500 आवेदन स्वीकार करने का लक्ष्य रखा था। 2023 के अंत तक ही 40,000 से ज़्यादा प्रायोजन आवेदन लंबित थे।

सरकार द्वारा संसद में प्रस्तुत 2024 की वार्षिक इमिग्रेशन रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्रायोजन आवेदन को पूरा होने में औसतन 24 महीने का समय लगता है। यह जानकारी ‘द कैनेडियन प्रेस’ द्वारा 3 जनवरी, 2025 को प्रकाशित की गई थी। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि आवेदनों का बैकलॉग पहले से ही बहुत अधिक है और नए आवेदनों पर रोक लगने से उन परिवारों में निराशा है जो कनाडा में एक साथ रहने का सपना देख रहे थे। सरकार का कहना है कि यह एक अस्थायी कदम है और बैकलॉग कम होने के बाद प्रायोजन कार्यक्रम को फिर से शुरू कर दिया जाएगा।

Canadian government once again gave a big blow to Punjabis