जालंधर: जालंधर के जंडियाला के पास गांव समरावां में अवैध रूप से चलाए जा रहे एक नशा छुड़ाओ केंद्र पर गुरुवार शाम प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम के नेतृत्व में सिविल अस्पताल की टीम और पुलिस ने यहां छापा मारकर केंद्र में रखे गए 107 युवकों को मुक्त कराया। इन सभी युवकों को सात एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में लाया गया।
जिला उपायुक्त (DC) जालंधर के आदेशों पर हुई इस कार्रवाई के बाद देर रात तक संबंधित कागजी कार्रवाई जारी रही। रात करीब 10:30 बजे मुक्त कराए गए सभी युवकों को वहां से भेज दिया गया। इससे उन परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, जो अपने बेटों का हाल जानने सिविल अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन तब तक युवक वहां से जा चुके थे।
सिविल अस्पताल के सेंटर से वापस जाते कुछ युवकों ने बताया कि उनकी फाइलें जमा हैं और स्टाफ ने फाइलों के पीछे लिखवा दिया कि उनके घर वाले लेने आए हैं, इसलिए उन्हें जाने दिया जाए। हालांकि, युवकों के अनुसार सच्चाई यह थी कि उन्हें लेने कोई भी नहीं पहुंचा था। बाद में कुछ युवकों के परिजन पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गए। युवकों ने यह भी बताया कि सिविल अस्पताल में उन्हें रखने का उचित प्रबंध नहीं था, इसलिए उन्हें घर भेज दिया गया।
एसडीएम को किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत मिली थी कि यह नशा छुड़ाओ केंद्र अवैध तरीके से संचालित हो रहा है। शिकायत मिलने के बाद खुद एसडीएम मौके पर पहुंचे। उन्होंने केंद्र के कागजातों की जांच की और अनियमितताएं पाए जाने पर तत्काल सेंटर को बंद करने का आदेश दिया। इस संबंध में आगे की कार्रवाई और जांच जारी है।
सिविल अस्पताल के मनोचिकित्सक विभाग के डॉ. अभयराज सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि जंडियाला के समरावां में अवैध नशा मुक्ति केंद्र चल रहा था, जिस पर शाम करीब 5:30 बजे पुलिस के साथ मिलकर रेड की गई थी। उन्होंने बताया कि वहां पर 100 से अधिक युवकों को नशे के इलाज के नाम पर रखा गया था। जांच के दौरान ऐसे मरीज भी मिले हैं जिनकी कोई दवा भी नहीं चल रही थी। इन सभी मरीजों को अब सिविल अस्पताल के मनोचिकित्सक विभाग में इलाज के लिए लाया गया है।
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Big raid on illegal drug de-addiction centre in Jalandhar