You are currently viewing कोरोना टेस्टिंग में बड़ा फर्जीवाड़ा, ऐसे दे रहे निगेटिव होने का सर्टिफिकेट

कोरोना टेस्टिंग में बड़ा फर्जीवाड़ा, ऐसे दे रहे निगेटिव होने का सर्टिफिकेट

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से कई देशों ने विदेशों से आने वाली फ्लाइटों पर प्रतिबंध लगा रखा है। कुछ देशों ने सिर्फ उन्हीं लोगों को अपने देश की यात्रा की इजाजत दी है जिनके पास कोरोना निगेटिव होने का प्रमाण पत्र है। लेकिन अब इस प्रमाण पत्र को लेकर भी फर्जीवाड़ा सामने आया है जो इस महामाही के और तेजी से फैलने का कारण बन सकता है।

ब्रिटेन में कोरोना टेस्ट करने वाली एक प्रमुख कंपनी पर ग्राहकों को फर्जी तरीके से फिट-टू-फ्लाई प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक सैंपल की जांच किए बिना ही लोगों को निगेटिव होने का सर्टिफिकेट दे दिया जा रहा है। ऐसे हजारों सैंपल को डंप करने का भी मामला सामने आया है। माना जा रहा है कि इस फर्म को प्रति दिन 10,000 सैंपल मिल रहे हैं और ये उन लोगों का कोरोना सैंपल है जो छुट्टियों पर जाने के लिए या किसी अन्य काम से विदेश यात्रा करना चाहते हैं। एक परिवार ने कहा कि उन्हें नियत तारीख से 8 दिन पहले के ही परीक्षण के लिए निगेटिव होने की रिपोर्ट दे दी गई।

आरोपी फर्म के एक कर्मचारी ने हैरान करने वाला दावा किया। कर्मचारी ने बताया कि सभी सैंपलों की जांच नहीं की जा रही है और लोगों को बताया जा रहा है कि उनके परिणाम निगेटिव हैं। यह बेहद गंभीर मामला है। ऐसे लोग आसपास वायरस फैला सकते हैं।” इस गंभीर फ्रॉड को लेकर पुलिस ने कहा कि उसे लेबर काउंसलर फैसल शौकत द्वारा संचालित फर्म के बारे में ऐसी शिकायतें मिली थीं। कुल मिलाकर, एजेंसी ने 33 संभावित नकली कोविड टेस्ट सर्टिफिकेट को कैबिनेट कार्यालय में समीक्षा के लिए भेजा है।

Big fraud in corona testing, giving such negative certificate