अजमेर: उत्तर प्रदेश के कानपुर के बाद राजस्थान के अजमेर में ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश को नाकाम कर दिया गया है। अजमेर के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर सोमवार रात को सराधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच दो जगहों पर रेलवे ट्रैक पर लगभग एक क्विंटल वजनी सीमेंट ब्लॉक रखा गया था, ताकि ट्रेन को पटरी से उतारा जा सके। हालांकि, बड़ी दुर्घटना होने से बच गई।
बताया जा रहा है कि ट्रेन, रेलवे ट्रैक पर रखे सीमेंट ब्लॉक को तोड़ते हुए आगे निकल गई। राहत की बात यह रही कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुई। ट्रेन फुलेरा से अहमदाबाद की ओर जा रही थी, तभी ब्लॉक के इंजन से टकराने की आवाज से ट्रेन चालक ने ट्रेन रोकी, तब पूरी घटना का पता चला।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (डीएफसीसी) के कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस मामले में जांच में जुट गई है। रेलवे कर्मचारियों ने एफआईआर में बताया गया है कि 9 सितंबर की रात 10:36 बजे सूचना मिली कि किसी ने रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रख दिया। रेलवे स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर पाया कि ब्लॉक टूट कर रेलवे लाइन से अलग गिरा हुआ है।
घटना स्थल से आगे एक किमी दूरी पर एक और ब्लॉक साइड में रखा गया था। इन दोनों अलग-अलग जगहों पर रखे ब्लॉकों की जांच की जा रही है। इसके बाद डीएफसीसी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन के बीच पेट्रोलिंग भी की। इस दौरान स्थिति सामान्य पाई गई। इसके बाद आगे ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच के बाद ही कुछ कहना संभव हो पाएगा।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार रात करीब 8.30 बजे प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के रेलवे ट्रैक पर रखे रखे गैस सिलेंडर से टकरा गई थी। हालांकि, बड़ा हादसा होते-होते बच गया था। मामले की जांच भी अभी चल रही है।
After Kanpur, conspiracy to derail train failed in Ajmer too, cement block found on track