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जालंधर सेंट्रल हलके के तेजतर्रार सिख चेहरे को चुनावी मैदान में उतार कर आम आदमी पार्टी कर सकती बड़ा धमाका, आप के पूर्व जिलाध्यक्ष पर खेल सकती दांव, विरोधी पार्टियों की बढ़ सकती मुश्किलें

जालंधर (अमन बग्गा): पंजाब में विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैैं। राजनीतिक उतार-चढ़ाव का ग्राफ तेजी से बदल रहा है। जालंधर सेंट्रल सीट की बात करें तो आम आदमी पार्टी यहां से सिख चेहरे को मैदान में उतार कर बड़ा धमाका कर सकती है।

वही ये भी माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस, बीजेपी और अकालीदल पार्टी जालंधर सेंट्रल हलके से हिन्दू चेहरे को मैदान में उतारते है तो हिन्दू वोट आप के साथ साथ चारों पार्टियों के उम्मीदवारों में बंटेगी और अगर आप इस बार सिख चेहरे को मैदान में उतारती है तो हिन्दू वोट के साथ साथ सिख वोटर्स का आम आदमी पार्टी को अन्य पार्टियों से ज्यादा लाभ मिलने की सम्भावना है।

ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि जालंधर सेंट्रल सीट पर तेजतर्रार नेता सिख चेहरा आप के पूर्व जिलाध्यक्ष की आम आदमी पार्टी में वापसी करवा कर मैदान में उतारा जा सकता है। ये भी बात सामने आ रही है कि आम आदमी पार्टी इस बार मजबूत और तेजतर्रार सिख चेहरे पर दांव खेल सकती है। जिस के बाद इस बात की चर्चा काफी तेज हो गई है कि आप छोड़ के कांग्रेस में गए सिख नेता की जल्दी ही आप मे वापसी करवाकर मैदान में उतारा जा सकता है।

माना जा रहा है कि इस दमदार सिख प्रत्‍याशी को मैदान में उतारने से शहर की अन्य सीटों पर भी असर पड़ेगा जिस से अन्य उम्मीदवारों को जिताने में यहां अहम भूमिका रहेगी वही आप का आधार भी मजबूत होगा। क्योंकि सेंट्रल हलके के साथ साथ शहर की अन्य सीटों पर भी उक्त सिख चेहरे का मजबूत आधार है। सेंट्रल हलके के अधिकतर वार्ड ऐसे है यहां पर उक्त नेता इस कदर अच्छा खासा वोट बैंक है कि आप के लिए यह सीट जीतना ज्यादा मुश्किल नही होगा।

अगर उक्त सिख को आप मैदान में उतारती है तो कांग्रेस बीजेपी और अकालीदल-बसपा के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है। क्योंकि उन्हें उक्त सिख नेता के समक्ष मजबूत प्रत्याशी उतारना पड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के दिल्ली कैडर के वरिष्ठ नेताओं के बेहद करीबी उक्त सिख चेहरे की वापसी से पार्टी को जालंधर में मजबूत पैर जमाने में मदद मिल सकती है।

दरअसल, सिख नेता कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए, लेकिन आम आदमी पार्टी की आंतरिक राजनीति के कारण उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी। लेकिन आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके संबंध मजबूत होते जा रहे थे। उक्त सिख नेता के विशेष रूप से दिल्ली के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ संबंध बहुत मजबूत रहे हैं। जिसके चलते आम आदमी पार्टी उनसे दोबारा संपर्क कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सिख चेहरा आम आदमी पार्टी में वापस आ सकता है और उनकी उम्मीदवारी की घोषणा होने की संभावना है।
2022 विधानसभा चुनाव से कई महीने पहले उक्त सिख उम्मीदवार और पार्टी के पास चुनाव तक काम करने के लिए भी काफी समय होगा। जिसका पार्टी को काफी फायदा हो सकता है।

यह देखा जाना बाकी है कि क्या आम आदमी पार्टी जालंधर सेंट्रल हलके के इस सिख चेहरे को अपनी पार्टी में फिर से शामिल करने में कामयाब होती है या कोई और पार्टी इस नेता को पकड़ लेती है या नहीं। देखना यह भी दिलचस्प होगा कि राजनीतिक गलियारों में हो रही इन चर्चाओं के बाद जालंधर सेंट्रल की राजनीति में आम आदमी पार्टी अब क्या धमाका करती है।

Aam Aadmi Party can make a big bang by putting the flamboyant Sikh face of Jalandhar Central in the electoral fray