You are currently viewing मंत्रियों समेत 48 नेताओं की गंदा काम करते हुए बन गई अश्लील सीडी, वीडियो वायरल से मचा हड़कंप, उपमुख्यमंत्री बोले- FIR करें दर्ज

मंत्रियों समेत 48 नेताओं की गंदा काम करते हुए बन गई अश्लील सीडी, वीडियो वायरल से मचा हड़कंप, उपमुख्यमंत्री बोले- FIR करें दर्ज

नई दिल्ली: कर्नाटक सरकार ने राज्य के मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को कथित तौर पर हनीट्रैप में फंसाने की कोशिशों के मामले में एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यह निर्णय गुरुवार को विधानसभा में तब लिया गया जब सहकारिता मंत्री केएन राजण्णा ने खुद को हनीट्रैप में फंसाने के प्रयास का दावा किया, जिससे सदन में हंगामा मच गया। सत्तारूढ़ और विपक्षी, दोनों पक्षों के सदस्यों ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की, जिसके बाद सरकार ने तत्काल जांच की घोषणा की।

राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने इस मामले को विधानसभा की गरिमा से जोड़ते हुए कहा कि हनीट्रैप की इस प्रवृत्ति को समाप्त करना आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सदन के सम्मान की रक्षा सर्वोपरि है।

मंत्री केएन राजण्णा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि निहित स्वार्थी तत्वों ने विभिन्न दलों के विधायकों, केंद्रीय नेताओं और यहां तक कि न्यायाधीशों सहित कुल 48 लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाया है। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के करीबी माने जाने वाले राजण्णा ने इस स्थिति को एक “बीमारी” करार देते हुए इसकी गहन जांच की मांग की। इससे पहले, लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने भी सदन को बताया था कि एक मंत्री पर हनीट्रैप के दो प्रयास किए गए थे। हालांकि, उन्होंने उस मंत्री का नाम सार्वजनिक नहीं किया था। भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए सीधे राजण्णा का नाम लिया, जिसके बाद राजण्णा को अपनी बात रखनी पड़ी।

राजण्णा ने कहा, “मेरे पास इस बात के सबूत हैं कि मेरे साथ भी ऐसा हुआ। मैं जल्द ही एक लिखित शिकायत दर्ज कराऊंगा और गृह मंत्री जी. परमेश्वर से इस मामले की जांच करने का आग्रह करूंगा ताकि यह पता चल सके कि इसके पीछे असली निर्माता और निर्देशक कौन हैं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि कर्नाटक में सीडी और पेन ड्राइव बनाने की एक “फैक्ट्री” चल रही है, जिसमें 48 लोगों के अश्लील वीडियो मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इन वीडियो में फंसे लोग विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंधित हैं और कुछ ने तो अदालत से स्थगन आदेश भी प्राप्त कर लिया है।

भाजपा विधायक यत्नाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पद के कुछ महत्वाकांक्षी उम्मीदवार अपने विरोधियों को बदनाम करने के लिए इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजण्णा ने कहा कि उन्होंने सुना है कि तुमकूरु के दो मंत्री हनीट्रैप का शिकार हुए हैं, और चूंकि तुमकूरु से केवल वे और परमेश्वर ही मंत्री हैं, इसलिए यह चिंताजनक है।

उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज होनी चाहिए, और उसके बाद, चाहे कोई भी शामिल हो, मामले की पूरी जांच की जाएगी।

 

a-pornographic-cd-was-made-of-48-leaders-including-ministers-doing-dirty-work