जालंधर (Aman Bagga): जालंधर में कड़ाके की ठंड पड़ रही हैं लेकिन नगर निगम चुनाव में इस वक्त राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गर्माया हुआ है। ग्राउंड लेवल पर सर्वे करने से पता चला है कि कुछ वार्ड में भाजपा के उम्मीदवारों को बेहद नामोशी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इलाके के सिख वोटर किसान आंदोलन के चलते भाजपा से बेहद खफा दिखाई दे रहे हैं।
किसानों की नाराजगी के चलते लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बीजेपी के लिए काफी चौंकाने वाले रहे हैं। चुनाव के नतीजों से बीजेपी को बड़ा झटका लगा था। अब निगम चुनावों में भी भाजपा को नुकसान हो सकता है क्यों कि शहर के हर वार्ड में हजारों की गिनती में सिख परिवार हैं।
निगम चुनावों की बात करे तो जालंधर के कई वार्डों में सिख परिवार बाहुल्य गिनती में हैं इन इलाकों के सिख वोटरों के मन में बीजेपी के लिए काफी रोष हैं। कुछ सिख वोटरों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से केंद्र सरकार पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर बैठे किसानों पर अत्याचार कर रही है उसके बाद हमने कसम खाई है कि हम भाजपा को वोट नहीं देंगे।
जनता ने कहा कि पंजाब-हरियाणा की सीमा पर स्थित खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की दिन प्रतिदिन हालत खराब हो रही हैं उन्हें अटैक का भी खतरा बढ़ गया हैं लेकिन केंद्र सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा हैं।
वहीं बीजेपी ने सिख वोटरों को लुभाने के लिए कई वार्डों में सिख चेहरों को मैदान में उतारा हैं लेकिन इस समय किसान आंदोलन की वजह माहौल पूरी तरह से गर्माया हुआ है किसानों ने आज रेल की पटरियों को रोकने का ऐलान किया हैं ऐसे माहौल में सिख वोटरों को बीजेपी कैसे अपने पक्ष कर पाएगी ये बड़ा चेलेंज हैं। अगर सिख वोटरों ने बीजेपी का साथ नहीं दिया तो बीजेपी को करारी हार का सामना करना तय हैं।
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Thousands of Sikh families are angry over the deteriorating condition of farmer leader Dallewal