जालंधर: जालंधर पुलिस ने डब्बा ट्रेडिंग के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पहले से गिरफ्तार जतिश अरोड़ा उर्फ गोरी से पूछताछ में दो और लोगों को नामजद किया गया है। ये दोनों आरोपी फिलहाल फरार हैं।
पुलिस के मुताबिक, गोरी और उसके साथी लुधियाना, बटाला और अंबाला जैसे शहरों में डब्बा ट्रेडिंग के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं। ये लोग लोगों से नकद पैसे लेकर उन्हें शेयर मार्केट में निवेश का झांसा देते थे। जब शेयर मार्केट में गिरावट आती थी तो ये लोग लोगों के पैसे डूब जाने की बात कहते थे और जब मार्केट में तेजी आती थी तो सारा पैसा खुद हड़प लेते थे।
सीआईए स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर कंबोज ने बताया कि गोरी पिछले 10-12 सालों से इस धंधे में लिप्त था और उसने कई लोगों को ठगा है। पुलिस ने गोरी की संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। कंबोज ने बताया कि गोरी ने अपने ही भाईवाल को भी इसी तरह ठगा था और अब वह भी पैसा गंवाकर फरार हो गया है। पुलिस का कहना है कि गोरी के गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं जिनकी पहचान के लिए पूछताछ जारी है।
क्या है डब्बा ट्रेडिंग?
डब्बा ट्रेडिंग एक गैरकानूनी गतिविधि है जिसमें लोग शेयर मार्केट में बिना किसी लाइसेंस के ट्रेडिंग करते हैं। इसमें निवेशकों को शेयर मार्केट में निवेश का झांसा दिया जाता है लेकिन वास्तव में उनका पैसा शेयर मार्केट में नहीं लगाया जाता।
After the arrest of bookie Gori in Jalandhar, two more people have been named