हैदराबाद: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्द के बीच हजारों भारतीय छात्र अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ वापिस अपने घर लौट आए। मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हजारों छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता पैदा हो गई है। ऐसे में उज्बेकिस्तान की ओर से युद्ध प्रभावित यूक्रेन से भारत लौटे करीब 2,000 मेडिकल छात्र-छात्राओं को एक उम्मीद की किरण मिली है। इन सभी मेडिकल छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए उज्बेकिस्तान के विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा।
भारत में उज्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखातोव ने बृहस्पतिवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने इस अवसर पर कुछ छात्रों को ‘अस्थायी प्रवेश पत्र’ भी भेंट किए। अखातोव ने कहा कि यूक्रेन में अध्ययन करने वाले कुछ भारतीय छात्र-छात्राओं को उज्बेकिस्तान के संस्थानों में स्थानांतरित करने के लिए संभावनाओं की जांच करने के लिहाज से हमारे पास भारतीय भागीदारों से कुछ अनुरोध और प्रस्ताव आए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि उज्बेकिस्तान का लक्ष्य एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शिक्षा केंद्र के रूप में उभरना है। उधर, दोनों देशों के बीच अभी शांति स्थापना होती नहीं दिख रही है। दोनों देशों के बीच एक बार फिर तनातनी बन गई है। रूस की ओर से यूक्रेन पर परमाणु हमला करने के हालात भी बन रहे हैं। इसको लेकर रूस पूरी तरह से तैयार बताया जाता है।
Good news for medical students who returned from Ukraine, studies will be completed in this country