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शिवरात्रि का त्यौहार – सेंट सोल्जर स्कूल के अध्यापको पर अत्याचार – अनिल चोपड़ा कर रहे हिन्दू टीचरों की धार्मिक भावना से खिलवाड़!!

-आगबबूला हुए हिन्दू संगठन, बोले – लख लाहनत है! शर्म करो अनिल चोपड़ा, तानाशाही रवैया बंद करो

जालंधर (अमन बग्गा): ॐ नमः शिवाय – आज महाशिवरात्रि है! हिंदुओ का बहुत ही महान पर्व। शिव मंदिरों में सुबह सुबह ही रोनके लग गई है। लंबी-लंबी कतारों में लग कर भोलेनाथ के भक्त घंटो तक इंतजार के बाद शिवलिंग की पूजा अर्चना कर पा रहे है। क्यों कि मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ है। कई भक्तों ने फलाहार व्रत रखा है तो कई भोलेनाथ के भक्त ऐसे भी है जिन्होंने बिना जल के ही निर्जला व्रत रखा हुआ है। हर तरफ आस्था श्रद्धा भक्ति सेवा दिखाई पड़ रही है।

यहां एक तरफ करोड़ो हिन्दू भोलेनाथ की भक्ति में आनंदित दिखाई दे रहे है वही दूसरी और अनेकों ऐसे भी हिन्दू है जो शिवरात्रि पर्व पर मंदिरों में नही है बल्कि सेंट सोल्जर स्कूल में मजबूरी वश ड्यूटी निभा रहे हैं।

अब बड़ा सवाल यह है कि ऐसी भी कौन सी आफत आ जाती या पहाड़ गिर जाता अगर अनिल चोपड़ा सेंट सोल्जर में पढ़ाने वाले टीचर्स को महाशिवरात्रि पर्व पर छुट्टी दे देते, हालांकि बच्चों को छुट्टी दे दी गई है। मगर इन अध्यापकों का क्या कोई हक नही है कि वह महा शिवरात्रि का त्यौहार अपने परिवार सहित मंदिरों में सेवा – पूजा करके मना सकें। ऐसा लग रहा है जैसे अनिल चोपड़ा अपने ही स्टाफ व टीचर्स के साथ तानाशाही रवैया अपना कर धक्केशाही कर रहे है।

जब सेंट सोल्जर स्कूल में क्रिसमस मनाने के लिए छुट्टी दी जा सकती है तो हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले हिन्दू अध्यापकों को महा शिवरात्रि मनाने के लिए छुट्टी क्यों नही दी जा सकती। आंखें मुद कर बैठे अनिल चोपड़ा को क्या हिन्दू टीचर्स की भावनाएं दिखाई नही देती। क्या अनिल चोपड़ा की तरफ से अध्यापकों की भावनाओं से बड़ा खिलवाड़ नही किया जा रहा। अनिल चोपड़ा का अगर अपने टीचर्स के साथ ऐसा ही तानाशाही रवैया रहा तो लोग उन्हें हिटलर कहना शुरू कर सकते है।

जब पंजाब सरकार की तरफ से महाशिवरात्रि के पर्व की सरकारी छुट्टी का एलान किया गया है, पंजाब में सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल बंद है तो क्या अनिल चोपड़ा को नही लगता कि वह अपने अध्यापकों के साथ नाइंसाफ़ी कर रहे है। अनिल चोपड़ा खुद हिन्दू होकर हिन्दु अध्यापकों को हिन्दू पर्व मनाने के लिए एक छुट्टी तक नही दे सकते क्या?

अनिल चोपड़ा एक तो पहले ही अपने अध्यापकों को बेहद कम सैलेरी दे रहे है। पोस्ट ग्रेजुएट – बीएड की योग्यता वाले टीचर्स को उन की काबिलियत के अनुसार सेलरी नही दी जा रही है। न ही उन्हें छुट्टी दी जा रही है।

वही शहर के कई हिन्दू संगठनों के नेताओं का कहना है कि अनिल चोपड़ा को शर्म आनी चाहिए कि जिस भोलेनाथ ने सेंट सोल्जर ग्रुप को इस मुकाम तक पहुँचाया है उसी भोलेनाथ के पर्व पर हिन्दू टीचर्स को व्रत के दौरान भूखे प्यासे स्कूल में ड्यूटी पर बुलाना बहुत ही निंदनीय है। यह अध्यापकों के साथ बड़ा अन्याय है।

उन्होंने कहा कि लख लाहनत है ऐसे लोगो पर जो महाशिवरात्रि का व्रत रखी हुई हमारी बहन बेटियों को स्कूलों में बुलाकर काम करवा रहे है नही तो यह टीचर्स कही न कही मंदिर में सेवा पूजा में व्यस्त होते।

आप को बता दें कि सेंट सोल्जर स्कूल अक्सर अनेकों विवादों में रहता है । फीस मामलें को लेकर कई पेरेंट्स एसोसिएशन व बच्चों के अभिवावकों की तरफ से अनिल चोपड़ा के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी कर सैंकड़ो बार पीट स्यापा किया जा चुका है। वही अवैध कालोनी काट कर औपचारिकताएं पूरी किए बिना रेगुलर करवाने का आवेदन देने के मामले में सेंट सोल्जर ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा सहित 8 अन्य लोगों के खिलाफ थाना भोगपुर में मामला दर्ज किया गया था।

Anil Chopra is playing with the religious sentiments of Hindu teachers