जेटली ने कहा, ‘गुरुनानक देवजी ने करतारपुर साहब में अपने जीवन के 18 साल बिताए।यह भारत की सीमा से कुछ किलोमीटर अंदर पड़ोस की सीमा में है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। भारत की सीमा पर खड़े होकर दर्शन की सुविधा है। कैबिनेट ने फैसला किया है कि डेरा बाबा नानक जो गुरुदासपुर में है, वहां से लेकर इंटरनैशनल बॉर्डर तक एक करतारपुर कॉरिडोर बनाया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि यह वैसा ही होगा, जैसे कोई बहुत बड़ा धार्मिक स्थल होता है। यहां पर वीजा और कस्टम की सुविधा मिलेगी। इसको व्यापक तरीके से करतार साहिब कॉरिडोर को बनाया जाएगा, यह 3 किलोमीटर का होगा। इसको बनाने के लिए भारत सरकार फंड करेगा।
इस दौरान जब जेटली से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान से इस संबंध में कोई बात हुई है तो उन्होंने कहा कि हम लोग इस संबंध में पड़ोसी मुल्क से इस संबंध में बात करेंगे। हम अपनी तरफ से जोर-शोर से इसकी तैयारी करेंगे, लेकिन पड़ोसी मुल्क क्या करता है, यह पूरी तरह उनके कार्यक्षेत्र में है।
सुल्तानपुर लोधी बनेगा स्मार्ट सिटी
जेटली ने बताया कि कैबिनेट मीटिंग में सुल्तानपुर लोधी को हेरिटेज टाउन बनाने का फैसला किया गया है। सुल्तान पुर लोदी गुरुनानक देवजी के जन्म के साथ संबंधित है। उसको स्मार्ट सिटी की तर्ज पर ही विकसित किया जाएगा। इसके अलावा एक हेरिटेज कॉम्पलेक्स भी बनेगा, जिसका नाम होगा पिंड बाबा नानक दा। इसके अलावा पंजाब में सेंटर फॉर इंटरफेथ स्टडीज भी बनाया जाएगा, जिसकी चेयर कनाड़ा और यूके में भी होंगी।
गुरु नानकदेव जयंती पर सभी राज्यों और भारतीय दूतावासों में कार्यक्रम होंगे। और विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा
जिसके तहत उनकी याद में एक सिक्का और एक डाक टिकट जारी किया जाएगा.
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब को देखने के लिए श्रद्धालुओं के लिए एक हाई पावर दूरबीन लगाएगा. जबकि रेल मंत्रालय एक ट्रेन चलाएगा जो सिख गुरु से संबंधित स्थानों से गुजरेगी. करतारपुर साहिब में गुरु नानक ने अपना अंतिम समय बिताया था.