जालंधर (अमन बग्गा): सी.बी.एस.ई एफिलिएटेड स्कूल्ज एसोसिएशन (कासा) की हाई पावर कमेटी द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सेंट सोल्जर ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा (अध्यक्ष), सी.टी ग्रुप से चरणजीत सिंह चन्नी, इनोसेंट हार्ट से डॉ.अनूप बोरी, लॉरेन्स स्कूल से जोध राज गुप्ता, मेयर वर्ल्ड स्कूल से राजेश मेयर, स्टेट पब्लिक स्कूल से डॉ.नरोत्तम सिंह, नोबल स्कूल से सी.एल कोचर, के.सी कोचर, डिप्स ग्रुप से तलविंदर सिंह राजू, एकलव्य स्कूल से सीमा हांडा, ऐपीजे से डॉ.गारिश, कैम्ब्रिज स्कूल से नितिन कोहली, आई.वी वाई वर्ल्ड स्कूल से संजीव बंसल, दिल्ली पब्लिक स्कूल (डी.पी.एस) से अरुण ठाकुर, एम आर इंटरनैशनल से डॉ.टंडन, वुडलैंड स्कूल् से एमएस गिल्ल, ब्रिटिश ओलिविया स्कूल से राजन मैनी, डॉ.सुमन अग्गरवाल आदि शामिल हुए।
सभी स्कूलों की परेशानियों/खर्च को समझते हुए कासा द्वारा हाई कोर्ट की हिदायतों के अनुसार एक पब्लिक नोटिस जारी कर सभी अभिभावकों को अपने बच्चों की फीस जमा करवाने के लिए कहा गया जिसमें उन्होंने लिखा था कि सभी अभिभावकों 31 जुलाई तक बकाया फीस जमा करवाए और जो अभिभावक फीस नहीं दे सकते वह 31 जुलाई तक अपनी एप्लीकेशन जमा करवा सकते हैं। उस नोटिस को देखते हुए और स्कूलों की मज़बूरी को समझते हुए बहुत से अभिभावकों ने फीस जमा करवा दी। लेकिन कुछ अभिभावक ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक ना तो एप्लीकेशन जमा करवाई ना ही फीस दी।
लेकिन अब स्कूलों को अपने स्टाफ मेंबर्स को सैलरी देना और अन्य खर्च पुरे कर पाना मुश्किल हो रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए कासा ने सभी अभिभावकों को अपील करते हुए और फीस जमा करवाने के लिए 7 दिन का समय दिया है जिसमें एप्लीकेशन स्वीकार नहीं की जाएगी। अगर कोई पेरेंट्स फीस जमा नहीं करवाते तो उनके बच्चे का नाम ऑनलाइन क्लासिस से निकाल दिया जायेगा और एग्जाम भी नहीं करवाए जायेगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी पेरेंट्स की होगी। इसका स्पष्टीकरण देते हुए कासा ने कहा कि जो अभिभावक सही में आर्थिक तंगी से गुज़र रहे हैं वह पहले ही अपनी एप्लीकेशन जमा करवा चुके हैं।
इसके साथ ही मेंबर्स ने सभी से अपील करते हुए कहा सभी स्कूल हाई कोर्ट की नियमों की पालना कर रहे हैं और उसी के अनुसार फीस वसूल कर रहे हैं क्योंकि सभी स्कूल बच्चों के सुनहरे भविष्य को ध्यान में रखते हैं इसके लिए पेरेंट्स भी बच्चों के भविष्य को मद्देनज़र रख दिए गए समय में फीस जमा करवाए। अगर कोई छात्र एक स्कूल की बकाया फीस दिए बिना दूसरे स्कूल में एडमिशन करवाना चाहेगा तो टी.सी/एन.ओ.सी के बिना कोई भी स्कूल उन्हें एडमिशन नहीं देगा।
मीटिंग में जो स्कूल कासा के मेंबर नहीं हैं उन्हें भी इन नियमों को अपने स्कूल में अपनाने के लिए कहा गया ताकि पंजाब में मिल रही बेहतरीन स्कूली शिक्षा को बचाया जा सके।