जालंधरः जालंधर लोकसभा चुनावों में भले ही कांग्रेस प्रत्याशी ने बाजी मार ली परन्तु नार्थ विस हलके में शिअद-भाजपा उम्मीदवार को मिली बढ़ती भंडारी की मदद से नहीं बल्कि भाजपा के नेता किशनलाल शर्मा की अथक मेहनत से जीत सके।
दरअसल यहां पूर्व मंत्री अवतार हैनरी और उनके सुपुत्र एवं विधायक बावा हैनरी का दबदबा है। यही वजह थी कि विगत विधानसभा चुनाव में बावा हैनरी ने भाजपा के केडी भंडारी को धूल चटा दी थी। अब इस क्षेत्र से भाजपा नेता केडी भंडारी और उनके समर्थक इस नॉर्थ विधानसभा की जीत पर खुद अपनी पीठ थपथपाने में लगे हुए हैं लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही है। नॉर्थ विधानसभा इलाके में कांग्रेस की हार के पीछे का असली खिलाड़ी युवा भाजपा नेता किशनलाल शर्मा है।
किशनलाल ने जहां भी पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार किया वहां प्रत्याशी ने मैदान मार लिया। चाहे वह हिमाचल प्रदेश के अनुराग ठाकुर की ऊना सीट हो या फिर सोमप्रकाश की होशियारपुर सीट जहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला की सीट काट कर सोमप्रकाश को मैदान में उतारा गया था। जमीनी स्तर पर किशनलाल शर्मा ने अपनी शानदार मौजूदगी दर्ज कराते हुए सियासी समीकरण ही बदल डाले। अगर आगामी विधानसभा चुनाव में जालंधर नॉर्थ से गठबंधन किशनलाल शर्मा को मैदान में उतारती है तो निश्चित तौर पर यह सीट एक बार फिर हैनरी परिवार के हाथों से निकल कर गठबंधन की झोली में आ सकती है।