जालंधर (अमन बग्गा) स्वामी विवेकानंद जी कहा करते थे अगर एक हिन्दू मुसलमान या ईसाई बन गया तो इस का मतलब ये नही है कि एक हिन्दू कम हो गया बल्कि हिन्दू धर्म का एक दुश्मन और बढ़ गया।
इसी हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी ने अपना शीश कटवा दिया मगर धर्म परिवर्तन नही किया। श्री गुरु गोबिंद सिंह के वीर योद्धा चार साहिबजादों ने सिख धर्म की रक्षा के लिए खुद को बलिदान कर दिया मगर धर्म नही छोड़ा।
ऐसे संतों और वीर योद्धाओं की धरती पंजाब में लोगों का चीज वस्तु रुपये शिक्षा स्वास्थ्य आदि के नाम पर बहला फुसलाकर कर धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। अफसोस इस मुद्दे पर न सांसद न विधायक न काउंसलर बोल रहे है और न ही समाजिक धार्मिक राजनीतिक संस्थाएं और न ही पत्रकार।
कोई इस मुद्दे पर बोलने के लिए तैयार नही। हर कोई वीर योद्धाओं और गुरुओं की कुर्बानी की गाथाएं सुन और पढ़ वाह वाह करके पल्ला झाड़ लेता है। प्रेरणा और शिक्षा लेकर धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कोई कोई विरले ही संघर्ष करते है। कुछ ही ऐसे वीर है जो इस साजिश के खिलाफ आवाज बुलंद करने से कतराते नही है।
हिन्दू सिख बच्चों को स्कूलों में 25 दिसम्बर क्रिसमस पर सेंटा क्लोज बनाकर बचपन में ही उन के भीतर इसायित के संस्कार डाले जा रहे है। 3 महीने पहले इस मुद्दे पर PLN की खबर के बाद सिख तालमेल कमेटी ने बेहद सराहनीय कदम उठाते हुए स्कूलों को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी दे डाली थी कि भविष्य में सिख बच्चों को सेंटा क्लोज बनाया गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है।
जालंधर में नही बनने दिया जाएगा ईसाई चौक, भड़के हिन्दू सिख समुदाय के लोग, आंदोलन की कड़ी चेतावनी
जालंधर में हिन्दू सिख समुदाय के लोग पहले से ही धर्म परिवर्तन के षड्यंत्र से आग बबूला है। वही अब एक और बड़ा बवाल मचने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल ईसाई समुदाय काफी लंबे समय पहले से जालंधर के अर्बन एस्टेट फेज 1 में ईसाई चौक बनाने की फिराक में है। हिन्दू नेता स्वर्गीय संजीव पराशर जी ने ईसाई चौक बनने के विरोध में बेहद संघर्ष किया मगर बीते दीनी उन के निधन के बाद ईसाई समुदाय ईसाई चौक बनाये जाने को लेकर सक्रिय हो गया। इस पर निगम हाउस की बैठक में भी ईसाई चौक बनाये जाने पर मोहर लगाई चुकी है। हैरान करने वाली बात है इस मुद्दे पर विपक्ष की तरफ से भी चुप्पी साधी गई।
बीजेपी काउंसलरों की तरफ से भी इस का कोई विरोध नही किया गया। इस बात से बहुत से बीजेपी समर्थक व हिन्दू संगठनों के नेता उन से नाराजगी जता रहे है। एक भी कॉउंसलर के मुंह से दो शब्द तक नही निकले कि चौक का नाम किसी शहीद के नाम पर रखा जाए।
लेकिन अब इस मुद्दे पर गुस्साए हिन्दू व सिख समुदाय के लोगों ने जालंधर के बाबा बालक नाथ मंदिर किशन पूरा चौक में बैठक कर ईसाई चोक न बनने के लिए खास रणनीति तैयार कर ली है।
मौके पर मौजूद किशन लाल शर्मा कुणाल कोहली आशीष अरोड़ा इशांत शर्मा परमजीत सिंह मुकेश कुमार मनीष शर्मा संजय पराशर, विनय भाटिया अजमेर सिंह बादल गुरदेव सिंह डिब्बी राजिंदर शर्मा शिव कुमार दुग्गल हनी धर्म सिंह,जरनैल सिंह,शिंदर सिंह,कुलविंदर सिंह, दादर कमल ग्रोवेर राकेश कालिया जसवंत सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जालंधर अर्बन एस्टेट ही नही बल्कि किसी भी एरिया में ईसाई चौक नही बनने दिया जाएगा। उन्होंने ईसाई चौक बनाने के पीछे धर्म परिवर्तन की घिनौनी साजिश करार दिया और इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।
उन्होंने प्रशासन व निगम से भी मांग की है कि जालंधर में पहले से ही मकसूदां चौक जो कि ईसाई समुदाय को दिया जा चुका है।अब एक चौक नही दिया जाना चाहिए बल्कि अगर चौक का नाम रखना है तो शहीदों और वीर जवानों के नाम पर चौक बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह, करतार सिंह सराभा भगत सिंह राजगुरु सुखदेव, आदि ऐसे अनगिनत शहीद है जिन के नाम पर चौक बनाया जाना चाहिए। ताकि आने वाली पीढ़ियों को उन शहीदों से प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने कहा कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि जालंधर में किसी भी कीमत पर ईसाई चौक नही बनने दिया जाएगा इस के लिए चाहे किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन और आंदोलन करना पड़े।
इस मौके पंडित दिन उपाध्याय स्मृति मंच,हिन्द क्रांति दल,शिव सेना बाल ठाकरे, शिव सेना हिन्द,
जन जागृति, राष्ट्र निर्माण संगठन,महा शक्ति जागरण कमेटी ,हिमाचल सभा,विश्व हिंदू परिषद,बजरंगदल, युवा सेवा संघ आदि कई संगठनों के लोग उपस्थित थे।
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