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गिरफ्तार भाजपा नेताओं को पुलिस ने छोड़ा सर्किट हाउस ! धरने पर बैठे अश्विनी शर्मा, सोमप्रकाश, भगत, सांपला, बाघा, अमरी , भंडारी और कालिया! मोहिंदर भगत बोले – दलितों की आवाज दबाना चाहती है पंजाब की दलित विरोधी कैप्टन सरकार

जालंधर: 22 अक्तूबर ( अमन बग्गा ) कैप्टन की कांग्रेस सरकार द्वारा दलितों के किए जा रहे शोषण, अत्याचारों, दलित विद्यार्थियों के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले व बीते दिनों जलालाबाद में दलित व्यक्ति को पिशाब पिलाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के रोष स्वरूप प्रदेश भाजपा अनुसूचित मोर्चा द्वारा राज कुमार अटवाल की अध्यक्षता में निकाली जा रही दलित इन्साफ यात्रा को पुलिस बल ने जबरन रोक कर पंजाब अध्यक्ष अश्विनी शर्मा,पंजाब प्रवक्ता मोहिंदर भगत, केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला, एस.सी. मोर्चा प्रदेश प्रभारी राजेश बाघा, जिलाध्यक्ष सुुशील शर्मा, देहात जिलाअध्यक्ष अमरजीत अमरी, MLA केडी भंडारी, मनोरंजन कालिया,समेत कई नेताओं को हिरासत में लेकर सर्किट हाउस ले गए। यहां पर भाजपा नेता धरने पर बैठ गए।

इस मौके अश्वनी शर्मा और मोहिंदर भगत ने कहा कि यह यात्रा कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनकी कांग्रेस सरकार द्वारा दलित व पंजाब की जनता पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ उठाई गई आवाज़ को कैप्टन के कानों तक पहुँचाने के लिए आयोजित की गई थी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अत्याचार व भ्रष्टाचार चरम सीमा तक बढ़ चुका है । प्रजातंत्र में हर व्यक्ति को अधिकार है कि वो अपनी मांग के लिए लोकतान्त्रिक तरीके से प्रदर्शन कर सकता है । कैप्टन द्वारा भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चे की ‘दलित इन्साफ यात्रा’ को अलग-अलग जिलों से पुलिस बुला कर रोका जा रहा है

उन्होंने कैप्टन से सवाल किया कि क्या आपके कांग्रेसी नेता या कार्यकर्ता या फिर कोई अन्य राजनीतिक दल प्रदर्शन करते हैं तो उन पर यह माप-दंड लागू नहीं होते ? क्या कैप्टन को भाजपा कार्यालयों पर कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए हमले और उन पर कानूनी कारवाई करना नजर नहीं आता ? दरअसल कैप्टन अपनी सरकार की नाकामियों को छुपाने व जनता की आवाज बनी भाजपा को इसलिए रोक रही है कि कहीं उनकी पोल जनता के सामने न खुल जाए । कैप्टन अमरिंदर सिंह पुलिस व प्रशासन की मदद से हर तरह विरोध की आवाज दबाने में लगी हुई है । ऐसा ही इस ‘दलित इन्साफ यात्रा’ में किया गया है । 

इस मौके सांपला और बाघा ने कि कांग्रेसी कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत द्वारा अपने विभाग के अधिकारीयों के साथ मिल कर केंद्र सरकार द्वारा दलित विद्यार्थियों के लिए जारी की गई 63.91 करोड़ रूपये की राशि डकार ली । दलित समाज इन्साफ के लिए सड़कों पर उतर रहा, लेकिन भ्रष्टाचार की हद यहाँ ही नहीं रुकी, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने धर्मसोत को क्लीनचिट दे दी । इससे साफ़ जाहिर है कि कैप्टन खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं ।

इस मौके सुशील शर्मा और अमरी ने कहा कि ‘कहीं पर्वत रुके हैं, कहीं दरिया झुके हैं, लेकिन नहीं रुकेगी पंजाब की जवानी, इन्साफ पाने तक’। उन्होंने कहाकि दलित भाई को पिशाब पिलाया गया है वह अत्यंत निंदनीय है । सब से शर्मनाक बात ये है कि पंजाब का पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है और कैप्टन सरकार गहरी नींद में सोई हुई है । भाजपा दलित भाईचारे के उत्पीड़न को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी । कैप्टन सरकार किसानों के नाम पर प्रदेश का माहौल ख़राब करने पर तुली हुई है, जबकि किसान जत्थेबंदियों ने सभी राजनीतिक दलों को साफ़ तौर पर अपने आन्दोलन से दूर रहने की चेतवानी दी हुई है । ख़ुद को किसानों की हितैषी बताने वाले कैप्टन ने अबोहर में किसानों की जल चुकी फसलों का आज तक कोई मुआवजा नहीं दिया है । अब प्रदेश के हालात ऐसे बन चुके हैं कि आम आदमी का जीना बद से बदतर हो चुका है । अश्वनी शर्मा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह व कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहाकि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा इसके विरुद्ध पूरे प्रदेश में दलित समाज के लोगों को एकत्र कर कैप्टन सरकार की नींव हिला देगा ।

इस दलित इन्साफ यात्रा में मनोरंजन कालिया, प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता, डॉ. सुभाष शर्मा, के. डी. भंडारी, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राकेश राठौर, अनिल सच्चर, एडवोकेट मोहित भारद्वाज, शोभा रानी, जिलाध्यक्ष सुशील शर्मा, अमरजीत अमरी, सुदर्शन सोफ्ती, निपुण शर्मा व शीर्ष व जिला लीडरशिप भी उपस्थित रहे ।