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बीजेपी के प्रति हिन्दू संत के भक्तों ने ऐसे निकाली भड़ास
जालंधर ( अमन बग्गा) लोकसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत पाने वाली बीजेपी देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बहुमत के लिए तरसती नजर आई। इस करारी हार से नरेंद्र मोदी व अमित शाह समेत तमाम बीजेपी के बड़े नेता क्या सबक लेते है ये तो कह पाना मुश्किल है मगर लगता है कि झूठे केस में फसाये गए 82 वर्षीय निर्दोष अस्वस्थ व वृद्ध संत श्री आशाराम जी बापू के लाखों भक्तों ने बीजेपी की नैया डूबा कर बीजेपी को अवश्य सबक सिखा दिया है।
गौरतलब है कि बापू जी के साथ हुए अन्याय से आहत हो कर उन के भक्तों द्वारा पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर बीजेपी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली जा रही है । गुस्साए भक्तों ने चुनावों में बीजेपी का बायकॉट करते हुए NOTA का बटन दबाने के लिए जोरों शोरों से प्रचार किया।
हालांकि संत श्री आशाराम बापू जी या उन के किसी आश्रम या संस्था के मुख्यालय की तरफ से चुनावों में कोई ऐसी औपचारिक घोषणा नही की गई कि भक्तजन किसी पार्टी का विरोध या समर्थन करें। हालांकि आज भी लाखों भक्त बीजेपी भक्त बने हुए है । मगर वही दूसरी और बीजेपी के प्रति लाखों भक्तों की नाराजगी ने भाजपा के विजय रथ को रोकने में बड़ी भूमिका निभाई लग रही है। बीजेपी के प्रति सोशल मीडिया पर भक्तों के भारी रोष ने भाजपा को उखाड़ कर रख दिया है।
भक्तों ने दबाया NOTA-बीजेपी का बिगड़ा खेल?
हिन्दू संत के भक्तों का कहना है कि हर राज्य में बड़ी गिनती में भक्तों ने NOTA का बटन दबाया है।
वही बीजेपी की हार की वजह इस बार शायद नोटा ही बनी है। भाजपा और कांग्रेस को पड़े वोटों में जितना अंतर नहीं हैं, उससे अधिक वोट तो NOTA में डाले गए
12 लाख से ज्यादा लोगों ने दबाया NOTA
राजस्थान में करीब सवा चार लाख,मध्य प्रदेश साढ़े चार लाख,छत्तीसगढ़ पौने दो लाख,तेलंगाना दो लाख,मिजोरम तीन हज़ार वोट मतलब कुल 12 लाख के करीब वोट NOTA को डाले गए।
हालांकि ये कहना मुश्किल है कि बापू जी के कितने भक्तों ने NOTA दबाकर बीजेपी का खेल बिगाड़ा मगर यह कहना भी गलत नही कि इन भक्तों की आह ने बीजेपी को सत्ता के सिंहासन से नीचे गिरा दिया।
अब बीजेपी को लोकसभा चुनावों में ऐसे हराएंगे ?
इतना ही नही बीजेपी के प्रति भक्तों के भीतर सुलग रही ये रोष की चिंगारी उन भक्तों के भीतर भी विरोध की आग लगाएगी जो अभी भी बीजेपी समर्थक बन कर बैठ भाजपा से न्याय की आस लगाए बैठे है।
आगामी लोकसभा चुनावों तक विरोध की इस आग ने अगर ज्वालामुखी का रूप ले लिया तो बीजेपी शायद लोकसभा चुनावों में सीटे जितने में शतक भी न बना पाएगी।
क्यों कि देश की करीब हर संसदीय क्षेत्र में इस हिंदू संत के हज़ारों शिष्य है जो कि किसी भी पार्टी का आंकड़ा बिगाड़ने का दमखम रखते है।
देश में लगभग 100 लोकसभा सीटें ऐसी है यहां 50 हज़ार से 1 लाख वोटर्स इस हिन्दू संत के भक्त है। इन सीटों पर सीधा नुकसान भाजपा को होने की उम्मीद है।
इस वजह से है हिन्दू संत के भक्तों में रोष
भारत के सबसे बड़े हिन्दू धर्मगुरु संत श्री आशाराम जी बापू को 2013 में तत्कालीन सरकार ने जेल भिजवाया था जिसके कारण उनके करोड़ों भक्तों में काफी रोष व्याप्त था और 2014 में कड़ी मेहनत करके भाजपा को जिताया उन्हें आस थी कि हिंदूवादी पार्टी आएगी तो हमारे हिन्दू संत के साथ हुए अन्याय को खत्म कर उन्हें बाहर लाएगी किन्तु हुआ इसके ठीक विपरीत, भाजपा की सरकार के कार्यकाल में उन्हें झूठे आरोप में उम्रकैद हो गई और जमानत तक का विरोध किया गया ।
बड़े बड़े क्रिमिनल और पूर्व बिशप को 14 बार नन से रेप करने के मामले में जमानत दे दी गई मगर बीमार और 82 वर्षीय बजुर्ग संत को बेल तक नही दी गई। और भाजपा के सभी सांसद विधायक मूक दर्शक बन कर तमाशबीन बने रहे। जिसके कारण भक्तों में काफी रोष था ।
?इन 12 वजहों को भी जानना है जरूरी, भाजपा बहुमत क्यों नहीं ला पाई ?
1. महँगाई
2014 के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा था कि अगर हमारी सरकार आयेगी तो मंहगाई कम करेगी जिसके कारण जनता ने कांग्रेस से परेशान होकर भाजपा को वोट दिया, लेकिन महंगाई तो कम नहीं हुई ऊपर नोटबंदी करके जनता को परेशान किया गया जिसके कारण जनता का रोष झेलना पड़ा ।
पेट्रोल, डीज़ल, गैस आदि बहुत महंगे हुए जिससे आम जनता की कमर टूट गई ।
2> श्री राम मंदिर
भाजपा ने दावा किया था कि हमारी सरकार बहुमत से आएगी तो अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर बनायेगें, लेकिन सत्ता में आते ही श्री राम मन्दिर बनाना तो दूर किसी सभा में उसका नाम तक नहीं लिया और न ही अयोध्या में दर्शन करने गये जिसकी वजह से करोड़ों श्री राम भक्तों में काफी रोष व्याप्त था ।
राहुल गांधी मंदिरों में जा रहे थे जबकि नरेंद्र मोदी मस्जिदों में जा रहे थे ।
?3> गौहत्या
मोदी जी ने कहा था कि यदि हमारी सरकार आएगी तो बीफ की बिक्री पर बैन लगेगी और गौहत्या पर पूर्णतः रोक, लेकिन उन्होंने गौरक्षकों को ही गुंडा कह दिया जिसके कारण गौभक्तों में काफी रोष था ।
?4> साधु-संतों को जेल या अनशन पर बैठने पर मजबूर
एक महीने से ज्यादा समय हो गया गाजियाबाद में हिन्दू संत नरसिंहानन्द जी आमरण अनशन पर बैठे हुए है। उन की मांग है कि देश मे बढ़ रही मुस्लिम आबादी हिंदूओं के लिए खतरा है इस लिए देश में जनसँख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए। मगर बीजेपी के कानों पर जूं तक नही सरक रही। और न ही इस संत के बिगड़ रहे स्वास्थ्य की कोई चिंता।
?5 > धारा 370
कश्मीर के लाखों पंडितों को जिहादियों ने कश्मीर से भगा दिया था जिसके कारण आज वे देश मे दर दर की ठोकर खा रहे हैं और धारा 370 के कारण देश का कोई व्यक्ति वहाँ जमीन नहीं खरीद सकता और भी कई मुश्किलें धारा 370 के कारण खड़ी हुई हैं, जिसके कारण देशवासियों को उम्मीद थी कि भाजपा के आने से 370 हट जाएगी , पर नहीं हटी तो आज नतीजा सबके सामने है ।
?6> पद्मावती फ़िल्म
वीरांगना पद्मावती के नाम से एक फ़िल्म बनाई थी जिसमे क्रूर, बलात्कारी खिलजी का महिमा मंडन किया था और पद्मावती का सम्मान नहीं किया गया था इस फ़िल्म को बंद करवाने के लिए देशभर में आक्रोश हुआ था जिसका बीड़ा करणी सेना ने उठाया था पर सरकार ने इसपर ध्यान नहीं दिया जोकि जनता में रोष का कारण बन गया
7> SC/ST एक्ट
SC/ST एक्ट के कारण काफी निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा था, जिसके कारण सुप्रीम ने बताया था कि तुरंत गिरफ्तारी न हो बड़े अधिकारी जांच करें फिर ही गिरफ्तारी हो लेकिन मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर तुरंत गिरफ्तारी को यथावत रखा जिसके कारण सवर्णों का रोष प्रकट हुआ ।
8> मुस्लिम प्रेम/ जनसँख्या नियंत्रण कानून
हिन्दू बाहुल्य देश में मुस्लिम लड़कियों की शादी में 51000 देना और हिन्दुओ को आवश्यकता होने पर भी न देना, इस प्रकार की तुष्टिकरण वाली योजनाओं से हिन्दू काफी आहत हुए । न ही जनसँख्या नियन्त्रन कानून बनाने के लिए कोई प्रयास किया।
?9> किसानों की आत्महत्या
किसानों को उचित दाम देने और कर्ज माफी और खाद्य, कीटनाशक दवाइयां सस्ती देने के वादे किए थे पर वे पूरे न कर पाने के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए जिसके कारण किसानों का भी कोप सहन करना पड़ा ।
?10> धर्मांतरण
देश मे ईसाई मिशनरियां इतनी सक्रिय है कि हिंदुओं को लालच देकर या बलपूर्वक तेजी से ईसाई बना रहे हैं, अभी हाल ही में 3 लाख हिन्दू राजस्थान में ईसाई बनाये गए और मुंबई में 2 लाख, ऐसे तो देशभर में अनेक जगह लाखों हिदुओं को ईसाई बनाया जा रहा है जो देश के लिए चिंता जनक है जिसपर रोक नही लगाई इसके कारण भी हिंदुओं में गुस्सा था ।
?11 > GST
देश मे तुरंत GST लगाने पर छोटे उद्योगों पर काफी असर पड़ा जिसके कारण कई लोगों के रोजगार चले गए इसकी वजह से भी कुछ लोगो मे नाराजगी थी ।
?12> भ्रष्टाचार
मोदी जी ने चुनाव से पहले कहा था कि सभी भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेंगे लेकिन भ्रष्टाचारी को जेल नहीं भेजा और छोटे-मोटे चोरी वाले मुजरिम सालों से जेल में सड़ रहे हैं, इसके कारण भी जनता में रोष था ।
वैसे तो भाजपा कुछ अच्छे कार्य भी कर रही है पर उसे पूर्ण सफलता नही मिल रही है, दूसरी बात हिन्दुओं को अनदेखा किया गया, तीसरी बात थी कि उनका घमंड भी कुछ हद तक बढ़ गया था जो ठीक नहीं था, जनता सब जानती है कि कैसे कार्य हो रहा है और हमे क्या करना है ।
भाजपा आने के बाद आतंकवाद पर काफी रोक लगी है, देश मे दंगे-फसाद भी बहुत कम मात्रा में हुए हैं, हिन्दू सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, विदेशों में भारत का नाम रोशन हो रहा है, लेकिन हिन्दुओं को अनदेखा करना ठीक नहीं है इसके कारण हार का सामना करना पड़ा है । जनता यही चाहती है कि भाजपा फिर से 2019 में बहुतमत से चुनकर आये इसके लिए धीरे से झटका दिया है कि हिंदुत्व के लिए कार्य करिए अन्यथा कहीं ऐसा न हो कि 2019 में मुँह की खानी पड़े ।