मोटी तनख्वाह + मोटी डील = मालामाल ? सिद्धू के करीबी इस MLA के एरिया में इस कांड से लाखों का चूना लगा रहे सरकारी बाबू, उड़ रही आदेशों की धज्जियां
जालंधर( अमन बग्गा )एक तरफ पंजाब सरकार खज़ाना खाली होने का अलाप राग रही है । विकास कार्यों की रफ्तार कछुआ चाल चल रही है।
वही दूसरी और सरकारी बाबू भी सरकारी खजाने को भरने की बजाय खुद की जेबें भरने में पहले की तरह आज भी मोटी डील का फॉर्मूला अपनाकर कैप्टन सरकार को घाटा डालकर खुद भारी मुनाफा पाने में जुटे हुए है।
भारी भरकम तनख्वाह के साथ साथ मोटी डील कर के मालामाल हो रहे है। और सरकार की कंगालियात आज भी बरकरार है।
MLA परगट सिंह के हल्के में काटी गई अवैध कॉलोनी
अब जालन्धर कैंट हल्के से MLA परगट सिंह के हल्के से एक कालोनाईजर ने ओल्ड फगवाड़ा रोड पर स्थित भीम पैलेस के नजदीक अवैध कॉलोनी काट कर सरकार को लाखों की चपत लगा दी । साढ़े तीन लाख रुपये रिहायशी तथा साढ़े चार लाख रुपये कारोबारी मरला के हिसाब से कालोनाईजर खेतीबाड़ी वाली जमीन पर बिना सीएलयू रिहायशी और कारोबारी प्लाट कागजों में बनाए गए नक्शे पर ही धड़ल्ले से बेच रहे है।
ग्राहकों को अपने जाल में फांसने के लिए इस कालोनी को सरकार द्वारा मंजूरशुदा तक बताया जा रहा है जबकि हकीकत में यह कालोनी अवैध है तथा इस कालोनी का वजूद बीते दो महीने पहले ही सामने आया है। इस मामले में कैप्टन अमरेन्द्र के दरबार तक शिकायतें हुई मगर बिल्डिंग इंस्पैक्टर ने खानापूर्ति कर फाईल को रिकार्ड में ही दबा दिया।
इंस्पेक्टर अजीत शर्मा की जय हो,क्या करेंगे कार्रवाई ????
एरिया इंस्पेक्टर अजित शर्मा से PLN ने जब बात कि तो आलम ये है कि उन्हें फिलहाल अभी तक ये भी नही पता कि ये कॉलोनी नगर निगम की हद में है या नही। सच में ऐसे सरकारी बाबू की जय हो। सरकार को कॉलोनाईजर तकरीबन 1 करोड़ तक चुना लगा रहा है और ऐसे काबिल इंस्पेक्टर को भनक तक नही। अब इस के पीछे कितनी सच्चाई है ये तो जल्द खुलासा होगा ही मगर ये तो साफ है दाल में कुछ कुछ काला नही बल्कि बहुत कुछ काला है।
बड़ा सवाल – सरकारी बाबु अजीत शर्मा को कई एकड़ में बन रही अवैध कॉलोनी नजर क्यों नही आई और न ही ये ज्ञान है कि ये कॉलोनी निगम की हद के भीतर बन रही है।
हालांकि पुख्ता दावा तो नही किया जा सकता मगर सूत्रों के हवाले से ये बात सामने आई है कि निगम अधिकारी के साथ मोटी डील हुई है।
पर हम उम्मीद करते है इस कॉलोनी पर कार्रवाई करके इंस्पेक्टर अजीत शर्मा ईमानदारी की मिसाल पैदा करेंगे।
वसीका नवीसों के जरिए भी मोटी डील
आप को बता दें कि खेतीबाड़ी की जमीन को बिना सीएलयू करवाए रिहायशी इस्तेमाल करने के लिए रजिस्ट्रियां भी करवाई जा रही हैं। प्रत्येक रजिस्ट्री करवाने के लिए वसीका नवीसों के जरिए भी मोटी डील की जा रही है।
लोगों द्वारा निगम अधिकारियों पर उठ रही उंगलियों का जवाब अब नगर निगम अधिकारियों को इस अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई करके देना चाहिए।