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women, including three children commit suicide, left the train ahead

जाखो राखे साईंया, मार सके न कोई…तीन बच्चों सहित महिला आत्महत्या करने ट्रेन के आगे कूदी, बाल-बाल बची

बिलासपुरः जाखो राखे साईंया, मार सके न कोई वाली कहावत उस समय सच हुई जब एक महिला तीन मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या करने के लिए मालगाड़ी के सामने कूद गई परन्तु वह फिर भी बाल-बाल बच गई। इंजन की फेट लगने के कारण चारों दूर जाकर गिरे। इनमें से 7 साल की मासूम योगिता साहू का बायां हाथ और दाहिना पैर कट गया। उसकी हालत गंभीर है। महिला व दो बच्चों को भी चोट लगी है। उनका इलाज सिम्स में चल रहा है।

महिला संगीता साहू पति हगनू साहू 32 वर्ष ग्राम जोबा जिला महासमुंद की रहने वाली है। महिला ने बताया कि पति हगनू साहू कूली-कबाड़ी का काम करता है। पैसे को लेकर उसका पति व सास-ससुर से हर दिन विवाद होता है। रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर वह आज सुबह अपने तीनों बच्चों को लेकर आत्महत्या करने महासमुंद स्टेशन पहुंची और ट्रेन में सवार होकर बिलासपुर पहुंच गई। शाम को वह अपने बच्चों को लेकर बिलासपुर स्टेशन से लालखदान रेलवे फाटक की ओर पटरियों के किनारे-किनारे बढ़ी और सुनसान स्थान पर ट्रेन आती दिखी तो उसके सामने कूद गई।
घटना के बाद ट्रेन वहीं रुक गई। लोको पायलट ने तत्काल इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी। स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ को सूचित किया। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी डी बस्तिया व उनका स्टाफ मौके पर पहुंचा और घायलों को उठाकर एक स्थान पर किया। इस बीच 108 एंबुलेंस को बुलाया गया। तब तक लोकल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घायलों को लेकर सिम्स चौकी पहुंची। वहां पर योगिता साहू की हालत चिंताजनक थी। महिला को भी होश आ गया था।