बीदासर (राजस्थान)ः राजस्थान के चूरू जिले के बीदासर में एक महिला से उसके ससुराल वालों ने मारपीट की। महिला ने पुलिस को सूचित किया परन्तु लापरवाह पुलिस ने महिला की गुहार नहीं सुनी। आक्रोश में आई महिला ने निवस्त्र ही 3 किलोमीटर पैदल चलकर थाने पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए और आन्न-फान्न में उसको बेड शीट से ढंका गया। जानकारी अनुसार 28 साल की एक महिला ने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना और मारपीट का आरोप लगाया है। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो वह भी वक्त पर नहीं पहुंची। तब महिला निर्वस्त्र ही 3 किमी दूर थाने के लिए चल पड़ी। वह 45 मिनट तक भीड़भाड़ वाले राज्य मार्ग नंबर 20 पर इसी हाल में चलती रही।
लोगों का कहना है कि पुलिस ने सूचना के बाद मामले को गंभीरता से नहीं लिया। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर सास, जेठ-जेठानी और देवर को गिरफ्तार कर लिया। इधर, महिला का वीडियो बनाने पर उमाशंकर नाई को देर शाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, बीदासर के वार्ड 5 में रहने वाली महिला का रविवार सुबह 8.30 बजे ससुरालवालों के साथ झगड़ा हो गया। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। महिला ने आरोप लगाया कि उसके कपड़े तक फाड़ दिए गए। इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की, लेकिन वह नहीं आई तो उसने पुलिस स्टेशन जाने का फैसला किया। रास्ते में पुरानी तहसील के पास परिवार वालों और लोगों ने कपड़े पहनाकर ऑटो में बैठाने का प्रयास किया, लेकिन उसने ना तो कपड़े पहने और ना ही ऑटो में बैठी। रोते-रोते थाने से 100 से 150 मीटर दूर स्थित सालासर मंदिर के पास पहुंची। थानाधिकारी और कांस्टेबल ने थाने से बैडशीट लाकर पीड़िता को दी। इसके बाद उसे थाने ले गए। महिला महाराष्ट्र के अकोला की रहने वाली है। एक साल पहले बीदासर में उसका विवाह हुआ था। पति छह माह से असम में है। वहीं, मजदूरी करता है। ससुराल में सास, जेठानी, जेठ, देवर उसे परेशान करते हैं। महिला का आरोप है कि पति के भेजे गए पैसे परिवार वाले छीन लेते हैं और मारपीट करते हैं।
एसपी राजेंद्र कुमार से जब पूछा गया कि बीदासर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? आईजी को क्यों हस्तक्षेप करना पड़ा? उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। ये पारिवारिक मामला है। पुलिस ने सूचना के बाद उसे कपड़ा पहुंचाया। एफआईआर दर्ज की। लोगों को गिरफ्तार किया है।