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When the police did the 'obedient parrot' arrested, drug smugglers used to help.

जब पुलिस ने किया ‘आज्ञाकारी तोता’ गिरफ्तार, ड्रग तस्करों की करता था मदद…

ब्राजीलः ब्राजील पुलिस ने एक ‘बेहद आज्ञाकारी’ तोता गिरफ्तार किया है। जोकि अपने ड्रग तस्कर मालिकों को पुलिस के आने पर अलर्ट कर देता था। ‘गिरफ्तारी’ के बाद अफसरों की लाख कोशिशों के बाद तोते ने अपना मुंह नहीं खोला। पुलिस के अनुसार तोता ‘पुलिस-पुलिस’ बोलकर अपने मालिकों को अलर्ट कर देता था।

‘द गार्जियन’ ने अपनी रिपोर्ट में ब्राजीलियन मीडिया के हवाले से बताया है कि तस्करों ने तोते को इस तरह ट्रेंड किया था कि जब भी पुलिस आती थी तो वह ‘पुलिस-पुलिस’ बोलकर उन्हें अलर्ट कर देता था। तोता अपने ड्रग तस्कर मालिकों के प्रति इतना ‘आज्ञाकारी’ और वफादार है कि अपनी ‘गिरफ्तारी’ के बाद से पुलिस टीम की लाख कोशिशों के बाद उसने अपना मुंह तक नहीं खोला है।
पुलिस अफसरों की एक टीम ने सोमवार को पियाउ स्टेट में ड्रग तस्कर जोड़े के यहां छापा मारा था। इस बार भी तोते ने अपने मालिकों को ‘पुलिस-पुलिस’ चिल्लाकर अलर्ट करने की कोशिश की थी, लेकिन दोनों तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए और तोता भी।
ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि जैसे ही पुलिस नजदीक पहुंची, तोते ने चिल्लाना सुरू कर दिया। हिरासत में लिए गए तोते का मंगलवार को सामना करने वाले एक ब्राजीली पत्रकार ने उसे ‘बेहद आज्ञाकारी’ जीव के तौर पर बताया है जो ‘गिरफ्तारी’ के बाद से अपना मुंह नहीं खोल रहा। रिपोर्टर ने बताया, ‘अभी तक उसने आवाज नहीं की है…वह पूरी तरह चुप है।’
पशु-पक्षियों के एक स्थानीय डॉक्टर अलेक्जेंडर क्लार्क ने भी इस बात की पुष्टि की कि तोता जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। उन्होंने बताया, ‘तमाम पुलिस अफसरों ने कोशिश की लेकिन उसने कुछ नहीं बोला।’
ब्राजीली टीवी चैनल ग्लोबो ने बताया है कि ‘ड्रग तस्कर तोते’ को एक स्थानीय चिड़ियाघर को सुपर्द किया गया है। वहां वह 3 महीने तक रहेगा, जहां उसे उड़ना सिखाया जाएगा। उसके बाद तोते को आजाद कर दिया जाएगा।
ब्राजील में यह कोई पहला वाकया नहीं है जब ड्रग तस्करों ने जानवरों का इस्तेमाल किया है। हालांकि, ड्रग तस्करी में ज्यादातर सरीसृपों का इस्तेमाल किया जाता है।
2008 में पुलिस ने पश्चिमी रियो डी जेनेरो में एक छापे के दौरान 2 छोटे घड़ियालों को जब्त किया था। पुलिस ने दावा किया था कि स्थानीय गैंगस्टर अपने दुश्मनों को इन घड़ियालों को खिला देते थे। हालांकि, एक आरोपी गैंगस्टर के पिता ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उसके बेटे के गैंग ने बेशक एक बार ऐसा करने की कोशिश की थी लेकिन घड़ियाल ने शव को खाने से इनकार कर दिया था।