नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आज अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया जो भारत की बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की के अनुसार मसूद अजहर काे प्रतिबंधित सूूची में डाल दिया गया है जिसके तहत उसकी विदेश यात्राओं पर प्रतिबंध लग गया है तथा विभिन्न देशों में उसकी संपत्तियां तथा बैंक खातें सील कर दिए जाएंगे।
अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घाेषित किये जाने से पाकिस्तान को करारा झटका लगा है। वह हमेशा उसका बचाव करता रहा है। यहां तक कि पुलवामा हमले के बाद भी पाकिस्तान ने कहा था कि मसूद अजहर गुर्दे की गंभीर बीमारी से पीड़ित है और इतना कमजोर हो गया है कि चल-फिर तक नहीं सकता।
संयुक्त राष्ट्र के इस कदम को भारत की बड़ी कूटनीतिक विजय माना जा रहा है जो जैश सरगना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए विश्व समुदाय पर लगातार दबाव बना रहा था। खास तौर पर जब से इस आतंकवादी संगठन ने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, तब से भारत ने अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा था।
यूएनएससी की प्रतिबंध समिति 1267 ने चीन द्वारा ‘तकनीकी रोक’ हटाने के बाद यह घोषणा की। इसके लिए चीन पर सुरक्षा परिषद के अन्य स्थायी सदस्य जैसे अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तरफ से जबरदस्त दबाव था। चीन ने इससे पहले चार बार मामले में वीटो का इस्तेमाल कर इसमें अड़ंगा लगा दिया था। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट कर कहा, बड़े, छोटे सभी साथ हैं। मसूद अजहर काे संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन के लिए सभी का आभार।