नई दिल्लीः आज हम उस देश के रेलवे के बारे में बताने जा रहे है जो दुनिया में सबसे बेहतरीन मानी जाती है। हम बात कर रहे है जापान के बारे में, जिसे समय का पाबंद देश भी माना जाता है। आपको एक बात जानकर हैरानी होगी कि यहां 60 सेकेंड से ज्यादा कभी ट्रेनें लेट नहीं होती हैं। अगर लेट हो गईं तो रेलवे को इसके लिए लोगों से माफी मांगनी पड़ती है। यहां की बुलेट ट्रेन को शिंकासेन के नाम से जाना जाता है।
यहां रेलवे का अनुशासन इतना तगड़ा है कि अगर ट्रेन कुछ सेकेंड भी लेट हो जाती है तो विभाग हर एक पैसेंजर से निजी तौर पर माफी मांगता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें जापान में हर तीन मिनट के अंतराल पर एक बुलेट ट्रेन चलती है। खास बात ये है कि सबसे तेज होने के बावजूद आज तक इनकी वजह से कोई भी दुर्घटना नहीं हुई है। जापान की बुलेट ट्रेनें आधुनिक तकनीक से लैस होती हैं। इसमें आधुनिक सेंसर लगे हुए होते हैं, जो भूकंप या प्राकृतिक आपदा का पता पहले ही लगा सकते हैं और ऐसी आशंका होने पर ट्रेन को ये खुद ही रोक लेते हैं।
कैसे मिला बुलेट ट्रेन का नाम
जापान में पिछले 53 वर्षों से बुलेट ट्रेनें चल रही हैं। पहली बार इस देश में हाई स्पीड ट्रेन चलाने का ख्याल 1930 में आया था। लेकिन पहली ट्रेन चली 1964 में। देखने में यह बंदूक की गोली जैसी नजर आती है, इसलिए लोगों ने इसे बुलेट कहना शुरू कर दिया।