नई दिल्लीः कभी न कभी ट्रैफिक में आप ने भी उड़ने वाली कार के बारे में जरुर सोचा होगा। अब आपकी जानकारी के लिए बता दें आपका सपना सच हो चुका है। जी हां, विश्व की पहली चलने और उड़ने वाली कार फ्लोरिडा में लॉन्च हो चुकी है। इस वाहन का नाम पर्सनल एयर लैंडिंग व्हीकल या पाल-वी रखा गया है। इस गाड़ी के ऊपर रियर प्रोपेलर लगे हैं जिन्हें जरूरत न होने पर हटाया भी जा सकता है। इनकी मदद से यह कार 12,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकती है।
इस गाड़ी को चलाने के लिए गैसोलीन की जरूरत पड़ती है और हवा में इसकी सबसे तेज गति 200 मील प्रति घंटा है। वहीं, सड़क पर इसकी गति 100 मील प्रति घंटा है। हॉलैंड में बनी इस गाड़ी का तेजी से उत्पादन किया जा रहा है। इस गाड़ी को खरीदने के लिए पहले ही 70 लोगों ने बुकिंग कर दी है। इसकी कीमत लगभग 4.3 करोड़ रुपए रखी गई है। इस गाड़ी की पहली डिलीवरी 2021 तक किए जाने की संभावना है। मियामी 2020 एंड बियॉन्ड नामक कार्यक्रम में पाल-वी को प्रदर्शित किया गया।
इस उड़ने वाली गाड़ी में दो लोगों के बैठने की जगह है और इसमें 230 हॉर्सपावर के चार सिलेंडर इंजन लगाए गए हैं। यह गाड़ी तीन सीट वाली कार से दो सीट वाले गायरोकॉप्टर में सिर्फ 10 मिनट में बदल जाती है। यह आठ सेकेंड के अंदर शून्य से 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।
मैक्सिम मैगजीन ने 2017 में पाल-वी को दुनिया को असली उड़ने वाली कारें देने वाली कंपनी के रूप में चुना था और दो साल बाद उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई है। पाल-वी के निदेशक रॉबर्ट डिंगेमनसे ने कहा था कि सालों की मेहनत के बाद हमारी टीम ने यह कार बनाई है।
इस कार को कॉर्बन फाइबर, टाइटेनियम और एल्युमिनियम से बनाया गया है और इसका वजन 680 किलोग्राम है। इस गाड़ी को गायरोकॉप्टर बनने के बाद उड़ने के लिए 540 फीट लंबे रनवे की जरूरत पड़ती है। अगले साल के बाद पाल-वी के एक सस्ते संस्करण को भी तैयार किया जाएगा जिसकी कीमत 2.4 करोड़ रुपए होगी। कंपनी ने कार को ऐसे बनाया है कि सिर्फ एक बटन दबाने से इसके ब्लेड मुड़ जाते हैं।